उज्जैन। एमपी के उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में वैसे तो हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ होती है, लेकिन सावन के महीने में इस संख्या में और बढ़ोत्तरी देखने मिल रही है. आम नागरिकों के अलावा कई वीआईपी भी महाकाल के दर पर मत्था टेकने पहुंच रहे हैं. सावन के तीसरे सोमवार को सीएम शिवराज महाकाल की सवारी में शामिल होने उज्जैन पहुंचे थे. वहीं सावन के छठे सोमवार को पूर्व सीएम कमलनाथ भी उज्जैन पहुंचे. जहां महाकाल का आशीर्वाद लेकर पूर्व सीएम बाबा की सवारी में शामिल हुए. इसके अलावा आगामी चुनाव में जीत को लेकर भी कमलनाथ ने कुछ वादे किए.
सरकार बनने पर महाकाल लोक में होगी कैबिनेट की पहली बैठक: सावन के छठे सोमवार पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अभिषेक किया. इसके बाद पूर्व सीएम ने बाबा महाकाल की पालकी की भी पूजा-अर्चना की. इसके बाद कमलनाथ ने एक लेटर भगवान को समर्पित किया. जिसमें शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर कहा गया है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह भी कहा कि "कांग्रेस की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की बैठक महाकाल लोक में होगी. इस दौरान कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं महाकाल के दर्शन करने जाऊं या कथा कराऊं तो उनके पेट में दर्द क्यों होता है."