उज्जैन। विधानसभा सत्र से पहले बीजेपी ने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर उज्जैन में आयोजित किया है. जिसमें शामिल होने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज उज्जैन पहुंचे. इस दौरान सिंधिया ने महाकाल मंदिर पहुंचकर बाबा महाकाल मंदिर के दर्शन कर पूजा-पाठ की. सिंधिया ने कृषि कानून को लेकर भी बयान दिया.
कृषि कानून पर बोले सिंधिया
देश में सरकार के तीन कृषि कानून को लेकर हो रहे बवाल पर सिंधिया ने कहा कि मैनें अपनी विचारधारा संसद के पटल पर रखी है. किसानों के ये तीनों कानून उनके हित में हैं. राज्यसभा सांसद ने कहा कि प्रजातंत्र स्थापित होने के बाद किसानों को 70 साल से राजनीतिक आजादी मिली थी, लेकिन आर्थिक आजादी उन्हें नहीं मिली थी. 70 साल बाद उन बेड़ियों को तोड़कर पीएम मोदी के नेतृत्तव में कृषि के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा और आशा की किरण किसानों को मिलेगी.
केंद्र के बजट में महाकाल मंदिर को स्वीकृत हुई राशि पर दिया धन्यावाद
केंद्र के बजट में महाकाल मंदिर को 75 करोड़ रुपए की सौगात मिलने पर सिंधिया ने कहा कि उन्होंने केंद्र से निवेदन किया था कि महाकाल मंदिर की जो पुरानी निखार थी, वह दोबारा मिलने चाहिए. जिसको लेकर 75 करोड़ रुपए की मांग की थी. जिसे पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि मंदिर में प्राचीनता हो, गर्भ गृह की सफाई और पुराने काले पत्थर की पॉलिश होकर निखार आनी चाहिए.
प्रशिक्षण वर्ग की जरूरत
प्रशिक्षण वर्ग को लेकर सिंधिया ने कहा कि हम सभी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. इस तरह के प्रशिक्षण वर्ग की जरूरत है. जिससे जनता के प्रति कार्यकर्ताओं और नेताओं की सोच बंधी रहे.