उज्जैन ।जिले के ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के नए आधीपत्य को लेकर नाथ संप्रदाय और महाराज जी के परिजन के लोग आपस में भिड़ गए. महाराज जी 24 अगस्त की शाम को स्वर्ग सिधार गए, मृत्यु के बाद तीसरे का कार्यक्रम था. जिसमें परिवार और नाथ संप्रदाय के लोग शामिल हुए और विधि पूर्वक महाराज जी का तीसरे का कार्यक्रम संपन्न किया. जिसके बाद दोनों पक्ष में इस बात को लेकर विवाद हो गया कि महाराज जी के बाद कौन आधिपत्य होगा.
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में अधिकारी पद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े, जांच में जुटी पुलिस
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब वहां के मौजूदा अधिपत्य का स्वर्गवास हो जाने के बाद उनके तीसरे का कार्यक्रम था. कार्यक्रम में परिवार और नाथ संप्रदाय के लोग पहुंचे थे. उसी दौरान नाथ संप्रदाय और परिवार के लोग अधिकारी बनने को लेकर आपस में भिड़ गए. पुलिस ने दोनों पक्ष का बीच बचाव किया है.
विवाद को देख मौके पर पहुंची जीवाजी गंज पुलिस ने मामले को शांत करवाया. परिवार का कहना था कि हम यहां सालों से अपने परिवार और महाराज जी की सेवा में तत्पर हैं, यही हमारा घर है और हमारी दुकानें भी यही हैं, अपना जीवन यापन करते आए हैं और महाराज जी के जाने के बाद हमारे ही कोई परिवार का सदस्य यहां का आधिपत्य होगा.
परिवार ने नाथ संप्रदाय के लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि महात्मा लोग नशा करते हैं. उन्होंने हमें पिस्टल दिखाकर डराया धमकाया और हमारी दुकानों में ताला लगा दिया. यह लोग हमें यहां से भगाना चाहते हैं और यहां कब्जा करना चाहते हैं. वहीं नाथ संप्रदाय के महाराज राम नाथ जी का कहना है कि हमारे पास इनके किराए की रसीद है और यह लोग हमारे यहां किराए से रखे गए थे और अब महाराज जी के चले जाने के बाद कब्जा जमाने के लिए यह विवाद कर रहे हैं. महाराज जी के कमरे से कई सामान भी गायब हैं, जिसका आरोप रामनाथ जी ने परिवार के लोगों पर लगाया है. फिलहाल इस पूरे मामले में जीवाजीगंज पुलिस जांच कर रही है.