उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर मंदिर में आतंकी गतिविधियों के इनपुट मिलने पर महाकाल मंदिर पंहुची दिल्ली और लखनऊ से इंटेलिजेंट की टीम, टीम ने निरीक्षण के दौरान महाकाल मंदिर की रेकी कर रहे एक संदिग्ध को पकड़ा है. संदिग्ध आरोपी मंदिर के साथ ही आईबी टीम की भी फोटोग्राफी कर रहा था, शक होने पर आईबी और महाकाल मंदिर के होमगार्ड के जवानों ने उसे पकड़ा और पूछताछ के बाद छोड़ दिया था, महाकाल थाना पुलिस ने फिर पूछताछ के लिए बुलाया है.
आतंकियों के निशाने पर महाकाल मंदिर! आईबी की टीम ने संदिग्ध को दबोचा
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी का गढ़ है, ऐसे में प्रशासन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए आईबी की टीम ने चप्पे चप्पे को छान मारा और एक संदिग्ध को दबोच लिया.
भगवान शिव की आराधना का महीना सावन शुरू हो चुका है, हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस मंदिर की सुरक्षा के लिए IB, ATS, CID जैसी एजेंसियों की टीमें तैनात हैं, सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को संदिग्ध युवक की तलाश में मंदिर का निरीक्षण करने पहुंची टीम ने एक युवक को हिरासत में लिया है, जोकि टीम की फोटो खींच रहा था, उसके मोबाइल में तमाम फोटो और भी पड़े थे. संदिग्ध से शुक्रवार देर रात तक पूछताछ के बाद टीम ने उसे छोड़ दिया, बताया ये भी जा रहा है कि लोकल टीम संदिगध से और भी पूछताक करेगी. हालांकि, किसी जिम्मेदार अधिकारी का कोई बयान नहीं आया है.
हाल ही में एडीजी योगेश देशमुख ने संभाग स्तर पर कश्मीर में हुए ड्रोन हमले के बाद आम जनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आदेश जारी किए थे. चूंकि, उज्जैन सिमी का गढ़ माना जाता है, यहां से पूर्व में कई प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की गतिविधियों में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, ऐसे में ड्रोन बिना परमिशन के उड़ाने पर कार्रवाई के निर्देश एडीजी ने संभाग के सभी भीड़ भाड़ वाले इलाकों के जिम्मेदारों को दिए थे. एडीजी ने कहा था कि सभी जिलों को निर्देशित किया जाता है कि एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी और इक्युपमेंट उज्जैन पुलिस के पास नहीं है, सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, सभी पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है कि जब भी ऐसे ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल हो, उससे पहले उसकी चेकिंग और परमिशन अवश्य हो, तभी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए, पुलिस की नजर इस पर है. महाकाल में सुरक्षा एजेंसी हमेशा तैनात रहती है, फिर भी ड्रोन को लेकर कोई समस्या नहीं आए, इसको लेकर निर्देश जारी किये हैं.
शहर से सफदर नागौरी, आमिल परवेज और अन्य कई लोग प्रतिबंधित संगठनों में काम करने वालों की उज्जैन से धर पकड़ हो चुकी है, बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर कितना संवेदनशील क्षेत्र है, इस बात से पता साफ तौर पर चलता है कि बम स्कॉड की टीम रोजाना सुबह और शाम महाकाल मंदिर की सर्चिंग करती है, पहले भी कई बार देश भर में अलर्ट हो या फिर आतंकियों की धमकी भरे खत, सभी में महाकाल मंदिर को लेकर अति सतर्कता पुलिस बरतती रही है.