उज्जैन। हिंदू मान्यता के अनुसार मनाए जाने वाले नववर्ष की शुरुआत 25 मार्च से शुरु हो गई है. महाकाल की नगरी उज्जैन में हर साल शिप्रा नदी के रामघाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान सूर्य को आर्घ्य देते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बहुत कम ही लोग भगवान सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं.
भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर मनाया गया गुड़ी पड़वा
कोरोना वायरस और लॉकडाउन से लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए है. जिससे लोग ना कहीं जा पा रहे हैं और ना अपने तीज त्योहार मना पा रहे हैं.
उज्जैन में हर साल गुड़ी पड़वा की धूम रहती है लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से नव वर्ष का त्योहार फीका पड़ गया है. उज्जैन में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा के बाद सभी लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं और आज सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बने गणेश मंदिर पर पंडित और कुछ लोग इकट्ठा हुए. जिन्होंने सुबह सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया.
पंडित आनंद शंकर सिंह व्यास ने कहा कि कोरोना वायरस से फैली महामारी अभी सवा महीने और रहेगी. इसके बाद पूरी दुनिया से यह खत्म हो जाएगी.