उज्जैन। मध्य प्रदेश में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में कालाबाजारी और आपदा में अवसर के कई मामले सामने आ रहे है. कालाबाजारी करने वाले लूट करने से डर नहीं रहे है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो इस महामारी में सेवा करने के लिए अपना सब कुछ देने को त्याग ने को भी तैयार है. डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना महामारी से जीत का मंत्र ही योग और वैक्सीन है. इसी को ध्यान में रखते हुए संक्रमितों की इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश के एक मात्र द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित मलखंभ के खिलाडी योगेश मालवीय रोजाना जूम एप के जरिए सुबह-शाम एक एक घंटे कोरोना संक्रमितों को विशेष योग सीखा रहे है, ताकि उनकी इम्युनिटी बनी रहे. योगेश पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में बने क्वारंटाइन सेंटर पर जाकर करीब 40 संक्रमितों मरीजों को योग के जरिए उनका तनाव दूर करने और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम कर रहे है.
संक्रमितों को निशुल्क योग सिखाते है योगेश
सन 2020-21 के दोर्णाचार्य अवार्ड से सम्मानित योगेश मालवीय वैसे तो पहले से ही योग की ट्रेनिंग देने का काम कर रहे है, लेकिन इस वैश्विक महामारी कोरोना में जिस तरह देश में लगातार मरीजों का आंकड़ बड़ा है, लगातार हो रही मौतों ने योगेश के दिल में सेवा का भाव जगा दिया और अब योगेश रोजाना सुबह 6 बजे शहर से करीब 7 किमी दूर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में संक्रमित मरीजों को निशुल्क योग सिखाने जाते है.
- योगेश ने खुद किया अधिकारियों से संपर्क
योगेश ने बताया की सेवा के भाव से मैंने खुद अधिकारियों से संपर्क कर क्वारंटाइन सेंटर जाने का आग्रह किया. जिसके बाद जब वहा योग शुरू किया गया. योगा की क्लास शुरू होने के बाद ना सिर्फ मरीज बल्कि क्वारंटाइन सेंटर में सेवा दे रहे डॉ. अजय दंडोतिया और अन्य स्टाफ ने भी योगेश की योग क्लास को सराहा. इससे पहले योगेश ने अपनी योग की क्लास को रिकॉर्ड कर गूगल ड्राइव पर डाला था. जिसके बाद क्वारंटाइन सेंटर में रिकॉर्ड योग क्लास के माधयम से मरीजों को योग करवाया जा रहा था.
मंहगी हुई इम्युनिटीः फलों के दाम ने छुआ आसमान
- जूम एप के जरिए घर बैठे रोजाना सिखा सकते है योग