उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में कोरोना काल के दौरान ओपन बुक एग्जाम पद्धति से बच्चों की परीक्षा ली जा रही है. लेकिन छात्रों के लिए यह पेपर परेशानी का सबब बन रहे है. 15 जुलाई को BA द्वितीय वर्ष के प्रश्नपत्र में एक बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. 15 जुलाई को बीए राजनीति और समाज शास्त्र का पेपर था. जिसमें विश्वविद्यालय प्रबंधन को वेबसाइट पर दो पेपर अपलोड करने थे, लेकिन प्रबंधन ने राजनीति शास्त्र के ही दो पेपर अपलोड कर दिए. जिसके बाद समाजशास्त्र के कोड नंबर पर राजनीति शास्त्र का पेपर बच्चों को दिखाई देने लगा. जब इसकी सुचना मिली तो कुलपति ने तत्काल सही पेपर अपलोड करवाया.
विक्रम विश्वविद्यालय की साइड भी हो चुकी है क्रैश
उज्जैन का विक्रम विश्वविद्यालय प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह नगर में स्थित है. पिछले वर्ष एग्जाम के समय विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक हो गई थी. मूल्यांकन में गड़बड़ी भी सामने आई थी. इस वर्ष 19 जुन को एक बार फिर विश्वविद्यालय की साइड क्रैश हो गई थी. आज विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड हुए प्रश्न पत्र में गड़बड़ी होने से हजारों छात्र परेशान हो गए थे. कई बार विश्वविद्यालय में वेबसाइड को लेकर परेशानी हुई है.