उज्जैन। महिदपुर में कुछ लोगों ने दलित के शव का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार नहीं करने दिया, जिसके विरोध में देर रात भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने पुलिस थाने का घेराव करके प्रदर्शन किया. पुलिस ने मृतक के परिजन की शिकायत पर श्मशान घाट के संचालक के खिलाफ हरिजन एक्ट की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.
श्मशान घाट में दलित के शव का नहीं करने दिया अंतिम संस्कार, ये है पूरा मामला
उज्जैन जिले के महिदपुर में कुछ लोगों ने दलित के शव का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार नहीं करने दिया, जिसके विरोध में देर रात भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाने का घेराव करके विरोध- प्रदर्शन किया. हालांकि पुलिस का कहना है कि, मृतक कोरोना संक्रमित था, जिसकी वजह से श्मशान घाट के खाली होने पर अंतिम संस्कार करने की बात परिवार से कही गई थी.
दलित समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि, 'जमालपुरा टोडी के रहने वाले युवक देवास में भर्ती था, उसका अचानक निधन हो गया था. जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन महिदपुर शहर के सत्या श्मशान घाट पर पहुंचे, तो वहां के संचालक ने शव जलाने से मना कर दिया. संचालक प्रकाश दुबे ने उनसे कहा कि, दलित के शव को बिना अनुमति नहीं जलाने देंगे'. जिसके बाद देर रात परिजनों ने शिप्रा नदी के किनारे शव का अंतिम संस्कार किया है.
पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखने पर देर रात भीम आर्मी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर करीब 1 घंटे तक धरना दिया. पुलिस ने श्मशान घाट के संचालक प्रकाश दूबे के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. हालांकि इस पूरे मामले में उज्जैन पुलिस का कहना है कि, मृतक कोरोना पॉजिटिव था. जिसके लिए एसडीएम की परमिशन भी लगती है. मृतक के परिवार वालों को जगह खाली होने की बाद दाह संस्कार करने के लिए कहा गया था.