उज्जैन। लॉकडाउन के बाद उज्जैन जिले में नागदा के ग्रेसिम उद्योग के ठेका मजदूरों को काम नहीं मिल पाने के कारण बेरोजगारी की स्थिति पैदा हो गई. जिसको लेकर मजदूर आंदोलन करने वाले थे, लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद ठेका मजदूरों का आंदोलन टल गया.
उज्जैन: नागदा ग्रेसिम उद्योग के ठेका श्रमिकों ने टाला आंदोलन, प्रशासन ने दिया रोजगार का आश्वासन - नागदा ग्रेसिम उद्योग उज्जैन
उज्जैन जिले के नागदा के ग्रेसिम उद्योग के ठेका मजदूर काम नहीं मिलने के चलते आंदोलन करने वाले थे, जिसके लिए नागदा ग्रेसिम उद्योग गेट पर सुबह से मजदूरों का आना शुरू हो गया. वहीं आंदोलन के पहले ही इसकी जानकारी प्रशासन को लग गई और आश्वासन पर आंदोलन टाल दिया गया.
![उज्जैन: नागदा ग्रेसिम उद्योग के ठेका श्रमिकों ने टाला आंदोलन, प्रशासन ने दिया रोजगार का आश्वासन contract workers of Nagda Grasim industry cancelled the movement](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-05:44:25:1597061665-mp-ujj-01-thekashramik-mpc10024-10082020171932-1008f-1597060172-1077.jpg)
जिले के नागदा एशिया के सबसे बड़े उद्योग ग्रेसिम एसएफडी में कार्यरत ठेका मजदूर लॉकडाउन से ही काम नहीं मिलने से बेरोजगारी की कगार पर पहुंच गए हैं. लॉकडाउन के बाद भी उद्योग पूरी तरह चालू नहीं हो पाने के कारण मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है. बेरोजगारी के चलते ठेका मजदूर आंदोलन करने वाले थे, लेकिन प्रशासन को पहले ही आंदोलन की जानकारी लग गई. जिसके बाद प्रशासन के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित कर दिया गया.
नागदा ग्रेसिम उद्योग गेट पर सुबह से ही ठेका मजदूरों का इकठ्ठा होना प्रारम्भ हो गया था. लेकिन ठेका मजदूर नेता रतन द्वारा उद्योग गेट पर पहुंच कर बाताया गया कि प्रशासन की प्रबंधन से बात हो रही है और समस्या के हल निकाले जाने का आश्वासन दिया गया है. प्रशासन के कहने पर एक दिन के लिए आंदोलन को स्थगित किया है.