उज्जैन।मध्यप्रदेश के महाकाल नगरी में रविवार को तेज आंधी तूफान के कारण श्री महाकाल लोक में सप्त ऋषि मंडल की 6 प्रतिमाएं गिरने से खंडित हो गई थी. जिसको लेकर सियासी गलियारों में गर्माहट है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के विधायकों की 7 सदस्य कमेटी का गठन किया है. वहीं कमेटी मंगलवार को पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के नेतृत्व में महाकाल लोक एक मूर्तिकार को लेकर पहुंची. जहां उन्होंने प्रतिमाओं का निरीक्षण किया. महाकाल लोक में कांग्रेस ने नियमों को ताक पर रखते हुए नेताओं के काफिले की एक गाड़ी सप्त ऋषि मंडल तक पहुंच गई, जो कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के चलते नो व्हीकल जोन घोषित है.
शिवराज सरकार पर बरसे सज्जन सिंह वर्मा: महाकाल लोक पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान जिम्मेदारों को आड़े हाथ लिया. पूर्व मंत्री ने कहा कि धर्म क्षेत्र में भ्रष्टाचार का तांडव देखने को मिला है. तांडव ऐसा जहां आस्था से शीश नवाने हर दिन 2 लाख श्रद्धालु आते हैं. वो सप्त ऋषि जो सनातन के पोषक हैं. सनातन धर्म जहां से शुरू होता है, उन सप्तऋषि की मूर्तियां हवा के झोखे से गिर गई और बीजेपी का धर्म का पाखंड बिखर गया. पूर्व मंत्री ने बीजेपी और शिवराज को धर्म का पाखंड बताया है. पूर्व मंत्री ने कहा हर क्षेत्र, सिंहस्थ, व्यापमं, पेंशन, ई-टेंडर और अब महाकाल लोक में सप्तऋषियों की मूर्तियां खंडित होना, यह शिवराज सरकार में होने वाला भष्टाचार है. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि यदि कोई धर्म प्रेमी वहां होता, उसके ऊपर प्रतिमा गिरती तो उसकी जान के जिम्मेदार कौन होता. हमने मूर्तिकार के साथ स्थिति को जाना है. हमारी रिपोर्ट हमारी हाई कमान को सौपेंगे और दोषियों पर कार्रवाई करवाएंगे.