उज्जैन। सोमवार को जीवाजीराव वेधशाला में खगोलीय घटना देखने को मिली, यह संजोग 30 वर्ष बाद आया है. आज शाम को सूर्य अस्त के बाद पश्चिम दिशा में चन्द्रमा, शुक्र ग्रह एवं सबसे सुन्दर ग्रह शनि के साथ दिखाई दिए. तीनों ग्रह एक साथ आसमान में बिना किसी टेलिस्कोप की मदद से भी देखे गए. जीवाजीराव वेधशाला में टेलीस्कोप की मदद से कुछ खगोलीय प्रेमियों को यह घटना दिखाई गई. इस दिन चन्द्रमा शाम 7 बजकर 54 मिनिट पर अस्त हुआ और यह नजारा लगभग 1 घण्टे 30 मिनिट तक देखा गया. शाम 6 बजकर 8 मिनिट पर सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में हसिए के आकार का चन्द्रमा दिखाई दिया. चन्द्रमा के ठीक नीचे थोड़ा दक्षिण की ओर लट्टू के समान चमकता हुआ शुक्र ग्रह दिखाई दिया. वहीं शुक्र ग्रह के ठीक नीचे एवं कम चमकदार शनि ग्रह दिखा.
एक साथ दिखाई दिए चंद्र, शुक्र, शनि: उज्जैन में शाम को सूर्यास्त के बाद एक ऐसी घटना देखने को मिली. जिसका 30 वर्षों से वैज्ञानिकों को इंतजार था. यह घटना उज्जैन के जीवाजीराव वेधशाला में टेलीस्कोप की मदद से भी देखने को मिली और बिना टेलिस्कोप के भी लोगों ने इस घटना को देखा. घटना में चन्द्रमा- शुक्र व शनि ग्रह के साथ सुन्दर खगोलीय घटना हुई है. इस दिन सूर्य अस्त के बाद पश्चिम दिशा में चन्द्रमा, शुक्र ग्रह शनि के साथ दिखाई दिया. जिसे खगोलीय भाषा में चन्द्रमा-शुक्र- शनि युति कहते हैं. द्वितीया तिथि पर सायन गणना के अनुसार चन्द्रमा कुम्भ राशि में 27 अंश 2 कला एवं उसकी क्रान्ति 16 अंश 59 कला दक्षिण, शुक्र ग्रह कुम्भ राशि में 25 अंश 13 कला एवं उसकी क्रान्ति 14 अंश 29 कला दक्षिण तथा शनि ग्रह भी कुम्भ राशि में 24 अंश 50 कला पर हुआ एवं उसकी क्रान्ति 14 अंश 25 कला दक्षिण होगी. चन्द्रमा के साथ शुक्र एवं शनि ग्रह अत्यन्त पास-पास हैं.