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उज्जैन: आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार से की 10 हजार मानदेय देने और नियमित करने की मांग

आशा कार्यकर्ता (asha worker) सरकार से नियमितीकरण की मांग को लेकर सीएमएचओ कार्यालय पहुंची. आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि सरकार ने हमे 10 हजार राशि देने का वादा किया था.लेकिन अभी तक वो वादा पूरा नहीं किया गया. हमारी सरकार से मांग है कि 18000 कार्यकर्ताओं को और 9000 सहायिका को नियमित किया जाए.

asha worker demands for regularization
आशा कार्यकर्ताओं ने की सैलेरी बढ़ाने की मांग

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Published : Jun 9, 2021, 8:31 PM IST

उज्जैन। अपनी दो मांगो को लेकर आशा कार्यकर्ताओं (asha worker) ने शासकीय चरक अस्पताल में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आशा कार्यकर्ताओं कि मांग है कि हमें नियमित किया जाए और मानदेय बढ़ाया जाए. आशा कार्यकर्ताओं ने मांगे नहीं मानने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.

  • आशा कार्यकर्ताओं की दो मांगे

अपनी दो विशेष मांगों के चलते आशा कार्यकर्ता सीएमएचओ कार्यालय पहुंची थी. मीडिया से चर्चा के दौरान महिलाओं ने कहा कि प्रदेश भर में जो हड़ताल चल रही है उसके समर्थन में शहर की आशा कार्यकर्ता इकट्ठा हुई हैं. हमारी मांगे हैं कि हम सभी को नियमित किया जाए साथ ही हमारा मानदेय बढ़ाया जाए. आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें अभी जो मिल रहा है उसे सैलरी नहीं कहा जा सकता. कोविड-19 टीकाकरण के सर्वे में हमें बहुत परेशानी आई. आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाए कि सर्वे के दौरान उन्हें न तो मास्क दिया गया, न सैनिटाइजर दिया गया और न ही मानदेय दिया गया. मांगे पूरी नहीं होने पर आशा कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.

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  • पहले भी विरोध दर्ज करवा चुकी है आशा कार्यकर्ता

15 फरवरी 2021 को जिले की करीब 1000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया था. आंगनबाड़ी संघ की जिला अध्यक्ष धापू बाई ने कहा कि हमारी मांग है कि तमाम कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी नियुक्त किया जाए. 18000 कार्यकर्ताओं को और 9000 सहायिका को रेगुलर किया जाए. कोरोना काल मे हमने जान की परवाह किए बिना गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों का ध्यान रखा. सरकार ने 10,000 राशि देने का वादा भी किया था जो अब तक पूरा नहीं हुआ है.

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