उज्जैन। देश भर में महिलाओं और बेटियों के प्रति बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए संस्था 'अलख उज्जैनी' ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां लड़कियों को तलवारबाजी और अपराधियों का मौके पर कैसे सामना करना है गुर सिखाए गए. कार्यक्रम के समापन समारोह में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ. मोहन यादव और क्रांतिकारी संत परमहंस डॉ. अवदेशपुरी महाराज ने बेटियों और महिलाओं का सम्मान कर, उन्हें रानी लक्ष्मी बाई के प्रतीक चिन्ह भेंट किए.
उज्जैन: लड़कियां सीख रही आत्मरक्षा के गुर, 'अलख उज्जैनी' संस्था दे रही ट्रेनिंग
उज्जैन में 'अलख उज्जैनी' संस्था ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां लड़कियों को तलवारबाजी और अपराधियों का मौके पर कैसे सामना करना है गुर सिखाए गए.
कार्यक्रम में 50 बालिकाओं ने हिस्सा लिया और आत्मरक्षा के गुर सिखे. ये सभी बालिका शहर में गरबा करने वाली बालिकाएं थी. संत परमहंस ने बताया कि नवरात्र में गरबा करने वाली बालिकाओं को इस बार आत्म रक्षा के लिए शिविर के माध्यम से तैयार किया गया. जिसमें 50 बालिकाओं ने हिस्सा लिया. हम सभी देवियों के हाथ में किसी न किसी तरह का शास्त्र देखते आये है. उसी को ध्यान में रखकर हमने बेटियों के हाथों में तलवार थमाई है और उन्हें तलवारबाजी के गुर सिखाए हैं. सरकार को भी आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए, ताकि बेटियों का हौंसला बढ़ सके.