उज्जैन।जिले के नानाखेड़ा और नीलगंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत शासकीय भूमि पर बने निजी गार्डन और करीब 6 लोगों द्वारा जमीन पर किए गए कब्जे पर नगर निगम की जेसीबी मशीन चली है. इस दौरान अतिक्रमण की कार्रवाई में निगम ने पुलिस प्रशासन सहित आला अधिकारियों के साथ मिलकर करीब 68 करोड़ रुपये की शासकीय भूमि से गार्डन के संचालक और 6 लोगों द्वारा जमीन पर किए गए कब्जे को हटवाया.
68 करोड़ रुपये की शासकीय भूमि को कराया मुक्त
दरअसल, प्रदेश में लगातार हो रही भू-माफियाओं के विरोध चल रहे अभियान में एक बार फिर से बड़ी सफलता हाथ लगी है, जिसमें इंदौर रोड पर निजी गार्डन के संचालक और यादव परिवार द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जा किया गया था. इसी संबंध में रविवार को जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर करीब 68 करोड़ रुपये की शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराया.
मौके पर मौजूद एसडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया, न्यायालय तहसीलदार द्वारा आदेश जारी किया गया था, जिसमें शासकीय भूमि पर यादव परिवार के 6 लोगों द्वारा कब्जा किया गया था, जो करीब 18 हेक्टेयर की है. इसकी अनुमानित कीमत 40 करोड़ रुपये है, जिसको मुक्त करवाने के बाद 6 लोगों पर मध्य प्रदेश भू-राजस्व सहित कई धाराओं के तहत तहसीलदार ने प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. वहीं एक निजी गार्डन के मामले में उन्होंने बताया कि तकायमी कारखाने की जमीन अपर कलेक्टर द्वारा शासकीय घोषित की गई है, जिस पर गार्डन संचालक ने कब्जा कर रखा था, जिसे भी छुड़वा कर कार्रवाई की जा रही है.
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