उज्जैन।उज्जैन जिले में पिछले दिनों बहुचर्चित जिंजर शराब कांड में हुई 12 लोगों की मौत से प्रदेश की राजधानी में हड़कंप मचा हुआ था. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एक एसआईटी की टीम गठित कर 2 दिन में रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे. बहुचर्चित जिंजर शराब कांड में 60 दिनों बाद दिसंबर माह में 1571 पेज का चालन न्यायालय में पेश किया गया. कुल 18 आरोपी, 175 गवाह बनाए गए, आरोपी में से तीन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया था. जहां बुधवार देर रात आरक्षक सुरेश खोड़े की अज्ञात कारणों के चलते केंद्रीय भेरूगढ़ जेल में मौत हो गई. जिसे जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है.
जहरीली शराब कांड के आरोपी आरक्षक की जेल में मौत अक्टूबर माह में हुआ था जिंजर कांड
अक्टूबर माह में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत हो गई थी. शराब बनाने के लिए एथॉनल के साथ काफी मात्रा में मेथनॉल की ज्यादा मात्रा में मिलावट से हुई थी जिसकी पुष्टि एफएसएल अधिकारी प्रीति गायकवाड़ ने की थी. मेथनॉल शरीर के लिए रासायनिक जहर है, इसकी 10 एमएल की मात्रा इंसान को अंधा बना देती है. मामले में मुख्य आरोपी नगर निगम के कर्मचारी यूनुस और सिकंदर जो पूरे नगर निगम के दफ्तर की छत पर इसे बनाते थे. इनका साथ अशोक नगर निवासी महिला निधि व तीन आरक्षक अनवर, नवाज और सुदेश खोड़े देते थे. जिसमें से सुदेश कि आज देर रात जेल में अज्ञात कारणों से मौत हो गई. वहीं पूरे मामले में कई मेडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई की गई थी. एसपी मनोज कुमार सिंह, शहर एएसपी रूपेश दिवेदी, सहायक निगम आयुक्त सुबोध जैन, सहायक आबकारी आयुक्त केसी अग्निहोत्री, का तबादला किया गया व आरक्षक इंद्र विक्रम सिंह उर्फ बंटी को बर्खास्त कर दिया गया था.
फिलहाल आरोपी आरक्षक का मौत का कारण अज्ञात बना हुआ है. मौत का कारण ना तो सुसाईट और ना ही हत्या है. क्योंकि बॉडी पर किसी तरह के ना निशान मिले हैं और ना ही कपड़े अव्यवस्थित मिले हैं. शव को मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट आने के बाद ही आरक्षक की मौत का खुलासा हो पाएगा.