उज्जैन। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते भारत के कई शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है, जिसके कारण बड़ी कंपनी, स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, शहर, गांव सहित भगवान के घर भी बंद कर दिए गए है. कर्फ्यू के कारण आम लोगों को सामने रोजमर्रा की वस्तुएं खरिदने के लिए कई परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है. तो वहीं कई बड़े मंदिरों के सामने भी अब मंदिर का खर्चा निकालना मुश्किल होता जा रहा है. सामान्य दिनों में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में हर महीने 2 से 2.5 करोड़ रूप में आमदानी होती थी, लेकिन 2021 के अप्रेल और मई माह में महाकाल मंदिर को महज 2 लाख 62 हजार 226 रुपए की राशी ऑनलाइन दान के रूप में मिली है.
- 2 लाख 62 हजार आया ऑनलाइन दान
दरअसल 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्द महाकालेश्वर मंदिर को कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते 12 अप्रैल 2021 से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया. तभी से रोजाना आने वाले दान में भी कमी आ गई. सामान्यतः मंदिर की आय प्रति माह दो से ढ़ाई करोड़ रुपए होती थी. लेकिन इस कोरोना काल में ऑनलाइन दान से केवल ढ़ाई लाख रुपए की राशी दान के रुप में आई.
- प्रतिमाह खर्च सवा करोड़ रुपए
ईटीवी भारत से बात करते हुए महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मंदिर में करीब 650 कर्मचारी अलग-अलग तरह की सेवाएं देते है. जिनकी प्रतिमाह सेलरी और अन्य खर्च के रूप में 1 से सवा करोड़ रुपए का व्यय महाकालेश्वर मंदिर समिति का होता है. अब कोरोना कर्फ्यू के कारण बीते 38 दिनों से मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद है, ऐसे में मंदिर का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो रहा है.