भोपाल। नरेन्द्र मोदी कैबिनेट में एमपी से सिंधिया के बाद टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेन्द्र खटीक को जगह मिली है. यह दूसरी बार है जब वीरेन्द्र खटीक को कैबिनेट में जगह मिली है. इसके पीछे का मुख्य कारण डॉ. वीरेन्द्र खटीक की सादगी और बेदाग छवि है. 7 बार के सांसद डॉ. वीरेन्द्र खटीक पहले भी मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं लेकिन आज भी वो अपने स्कूटर से संसदीय क्षेत्र में घूमते हुए मिल जाते हैं.
सादगी ही है डॉ. खटीक की पहचान
27 फरवरी 1954 को जन्मे वीरेन्द्र खटीक सागर के रहने वाले हैं. उनकी पत्नी का नाम खमल खटीक है. दोनों को एक बेटा और एक बेटी है. खटीक छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे हैं. संघ, एबीवीपी, विहिप और बीजेपी में वो कई पदों पर रहे हैं. डॉ. वीरेन्द्र खटीक शुरुआत से पढ़ाई में काफी रुचि रखते हैं. डॉ. खटीक ने अर्थशास्त्र में एमए और चाइल्ड लेबर में पीएचडी की है
वीरेन्द्र खटीक का राजनीतिक सफर 7 बार के सांसद हैं डॉ. वीरेन्द्र खटीक
डॉ. वीरेन्द्र खटीक के पिता साइकिल का पंचर सुधारने का काम करते थे. वीरेन्द्र खटीक ने कक्षा 5वीं से लेकर कॉलेज के दिनों तक पिता के साथ इसी दुकान पर काम किया है. पंचर सुधारने से लेकर केंद्रीय मंत्री बनने तक का उनका सफर राजनीति में एक मिसाल के तौर पर देखा जाता है. 1996 में 11वीं लोकसभा में डॉ. वीरेन्द्र खटीक पहली बार सागर से सांसद बने. इसके 12वीं, 13वीं और 14वीें लोकसभा में लगातार डॉ. खटीक ने सागर का प्रतिनिधित्व किया. परिसीमन के बाद टीकमगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़े और 15वीं, 16वीं और 17वीं लोकसभा में भी सांसद रहे हैं. 2017 में खटीक मोदी कैबिनेट में राज्यमंत्री रह चुके हैं.
वीरेन्द्र खटीक की व्यवहारिक विशेषताएं कैबिनेट विस्तार से MP का दबदबा! ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेन्द्र खटीक को मोदी कैबिनेट में जगह
दूसरी बार मोदी कैबिनेट का हिस्सा
वीरेन्द्र खटीक का जमीन से जुड़ाव उनकी खासियत है. सागर कलेक्ट्रेट परिसर में जनता दरबार लगाना भी उसी की निशानी थी. उनका जनता दरबार एक समय पूरे देश में चर्चा में रहता था. जनता दरबार में सांसद वीरेन्द्र खटीक लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका निपटारा करते थे. जनता दरबार के अलावा 2017 में अचानक मोदी कैबिनेट में राज्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भी वो चर्चा में आए. आज भी डॉ. वीरेन्द्र खटीक अपने स्कूटर से संसदीय क्षेत्र में घूमते रहते हैं. सागर में अक्सर वीरेन्द्र खटीक को स्कूटर से घूमते हुए पाया जाता है.