टीकमगढ़ । कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. सभी लोग अपने घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. ऐसे में टीकमगढ़ जेल प्रशासन ने अलग-अलग अपराधों में विचाराधीन कैदियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए जेल में बेहतर व्यवस्थाएं बनाई हैं. जिससे जेल के कैदी सुरक्षित रहें. इतना ही नहीं कोरोना वायरस के चलते कैदियों से मिलने आने वाले परिजनों के मुलाकात को भी 31 मई तक के लिए निरस्त कर दिया गया है.
कैदियों के लिए जेल में की गई फोन की व्यवस्था, अब आराम से कर सकेंगे परिजनों से बात
कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. सभी लोग अपने घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. ऐसे में टीकमगढ़ जेल प्रशासन ने अलग-अलग अपराधों में विचाराधीन कैदियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए जेल में बेहतर व्यवस्थाएं बनाई गई हैं.
दरअसल, कोरोना वायरस से फैल रहे संक्रमण के चलते टीकमगढ़ की जिला जेलर हिमानी मानपारे ने कैदियों के परिजनों से होने वाले सभी मुलाकातों को बंद कर दिया है. सभी कैदियों को अपने घर बातचीत करने के लिए तीन टेलीफोन नंबर जारी किए गए हैं. जिससे कैदी भी जेल से ही अपने परिजनों से बात कर सके. वही कैदियों के परिजन भी जेल के इस नंबरों से जेल में बंद कैदियों से बात कर सकेंगे. जिला जेल में एक बैरक में 40 कैदियों को रखा जाता था. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और संक्रमण को देखते हुए एक बैरक में सिर्फ 20 कैदियों को ही रखा जा रहा है. जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ना रहे.
इतना ही नहीं जेल में आने वाले नए कैदियों के लिए जेल के अंदर जाने से पहले सेनिटाइज किया जाता है. जिसके बाद जेल के अंदर प्रवेश दिया जाता है. पहले कैदियों से पुराने कपड़े उतरवा कर रख लिए जाते हैं और जेल के कपड़े पहनने के लिए दिया जाता है. कैदियों को सेनिटाइजर और साबुन भी दिया जाता है. ताकि कैदियों को कोरना महामारी से बचाया जा सके. वहीं सभी कैदियों को मास्क भी बांटे गए हैं. किसी कैदी में सर्दी जुखाम जैसे लक्षण दिखाई देने पर 14 दिन के लिए अलग बैरक में क्वॉरेंटाइन भी किया जाता है. इतना ही नहीं जेल में आने वाले नए कैदियों को 28 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाता है.