टीकमगढ़। खेराई के जंगलों से चीतलों को पकड़ने की प्लानिग पूरी कल ली गई है, जिन्हें बोमा तरीके से पकड़ा जाएगा. वन विभाग की टीमें लगभग 1 माह से इस पर काम कर रही हैं. जंगल से 150 चीतलों को पकड़कर कल ओरछा के सेंचुरी में शिफ्ट किया जाएगा. मार्च में मध्यप्रदेश सरकार का सबसे बड़ा कार्यक्रम 'नमस्ते ओरछा' होगा.
टीकमगढ़ जिले के चीतल 'नमस्ते ओरछा' कार्यक्रम में लगाएंगे चार- चांद - Kundeshwar Dham, Tikamgarh
खेराई जंगल से चीतल को पकड़ने का काम मंगलवार से शुरु हो जाएगा. वन विभाग की टीम चीतल को पकड़ने के लिए बोमा पद्दति का प्रयोग करेंगी. ये चीतल ओरछा के जंगलों में छोड़े जाएंगे. 'नमस्ते ओरछा' प्रोग्राम में ये चीतल ओरछा की शोभा बढ़ाएंगे.
जिसमें बिजनेसमैन समिट भी होना है. हजारों की संख्या में लोग इस आयोजन में शामिल होंगे. कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए टीकमगढ़ जिले से निवाड़ी जिले में इन चीतलों को शिफ्ट किया जाएगा. कुंडेश्वर धाम मन्दिर के पीछे बने इस जंगल में 400 के लगभग चीतल हैं.
इन्हें पकड़ने के लिए 40 लोगों की टीम लगातार एक माह से जुटी हुई है. जंगल मे चीतलों का स्थान चिन्हित कर बाउंड्री बनाई गई और फिर उसमे दाना पानी डालकर इन चीतलों को पकड़ा गया. मंगलवार सुबह 8 बजे से बोमा पद्धति से पकड़ा जाएगा. वन विभाग की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.