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लोगों ने प्रशासन से पूछा सवाल, 'शराब दुकानें खुल सकती हैं, तो मंदिर क्यों नहीं'

कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में तीसरी बार लॉकडाउन घोषित किया गया है. ऐसे में आवश्यक सुविधाओं को छोड़कर बाकी सभी दुकानें, धर्मस्थल, मॉल प्रशासन द्वारा बंद करवा दिए गए हैं. टीकमगढ़ जिले का कुंडेश्वर शिव मंदिर भी बंद है. जिले अब लोगों ने खोलने की मांग की है.

People angry over the closure of Kundeshwar Shiva temple in Tikamgarh district
टीकमगढ़ जिले का कुंडेश्वर शिव मंदिर बंद होने से लोग नाराज

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Published : May 11, 2020, 12:48 PM IST

Updated : May 11, 2020, 2:38 PM IST

टीकमगढ़। कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में तीसरी बार लॉकडाउन घोषित किया गया है. ऐसे में आवश्यक सुविधाओं को छोड़कर बाकी सभी प्रकार की दुकानों के साथ- साथ धर्मस्थल, मॉल सभी प्रशासन के द्वारा बंद करवा दिए गए हैं. इसी कड़ी में टीकमगढ़ जिले का कुंडेश्वर शिव मंदिर भी बंद है, जिसे लेकर जिले के लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है, उनका कहना है कि, संकट की इस घड़ी में शराब की दुकानें अगर खुल सकती हैं, तो मंदिर क्यों नहीं खोला जा रहा है. लोगों का कहना है, 'शराब की दुकानों से बाजारों में भीड़ रहती है. बाजार में जाम लग जाता है. ऐसे में वहां संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है. जिसे लेकर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है, लेकिन शिव मंदिर, जहां लोगों की श्रद्धा और आस्था जुड़ी हुई है, ऐसे स्थान को डेढ़ माह से बंद किया गया है, जो सही नहीं है'.

टीकमगढ़ जिले का कुंडेश्वर शिव मंदिर बंद होने से लोग नाराज

दरअसल, टीकमगढ़ जिले के लोगों का कहना है, कि देश में जहां कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए कोई दवा और टीका नहीं बन पा रहा है. ऐसे समय में भोलेनाथ ही सहायता कर सकते हैं. लेकिन जिला प्रशासन ने उनको तालाबंदी कर बंद कर दिया है. मंदिर में न तो कोई इस महामारी को खत्म करने के लिए कोई अनुष्ठान हो पा रहा है, ना ही भक्त पूजा- पाठ ही कर पा रहे हैं. वहीं कुछ लोगों का ये भी कहना है की, मंदिर नहीं खुल रहे, तो शराब की दुकानें भी बंद करवाई जाएं. जिससे कि कोरोना संक्रमण अधिक फैलने का खतरा है.

पुजारी ने भी मंदिर की तालाबंदी को गलत बताया. उन्होंने कहा कि, यह मंदिर खुलना जरूरी है. पूरे मामले को लेकर बुंदेलखंड के वरिष्ठ साहित्यकार दुर्गेश का कहना है की, मंदिर बंद करने का कोई औचित्य नहीं है. यदि बंद करना है, तो शराब की दुकानों और बाजार को बंद करना चाहिए. क्योंकि सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने का डर यही से होता है. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो पा रहा है. आपको बता दें कि मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि, हजारों साल पहले जमीन से यह शिवलिंग प्रगट हुआ था. जो चमत्कारी होने के साथ- साथ पंचमुखी भी है.

Last Updated : May 11, 2020, 2:38 PM IST

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