टीकमगढ़। पुलिस पर हमले को लेकर छतरपुर पुलिस और टीकमगढ़ पुलिस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करती रही. बाद में शाम को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. टीकमगढ़ पुलिस का कहना था कि छतरपुर पुलिस ने इस कार्रवाई को लेकर कोई भी सूचना नहीं दी. जबकि नियम होता है कि जब किसी दूसरे के अधिकार क्षेत्र में कार्रवाई की जाती है तो वहां की लोकल पुलिस से संपर्क साधना चाहिए. विधिवत सूचना देनी चाहिए.
ये है मामला :टीकमगढ पुलिस से मिली जानकारी अनुसार सोमवार तड़के 4 बजे छतरपुर जिले की नौगांव पुलिस की टीम एक आरोपी को पकड़ने के लिए टीकमगढ जिले लिधौरा थाने के महोवा चक्र गांव पहुंची थी. पुलिस टीम ने जैसे ही आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिश की तो आरोपी के परिजनों से पुलिस से झड़प हो गयी. आरोपी के परिजनों ने नौगांव पुलिस टीम पर हमला कर दिया. इस हमले में थाना प्रभारी दीपक यादव और एक सिपाही घायल हुआ है. इस मामले में नौगांव पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योंकि नौगांव पुलिस द्वारा टीकमगढ जिले की सीमा में दबिश देने की कोई सूचना नहीं दी गई थी.