टीकमगढ़। टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर मोदी सरकार के मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने किया मतदान. इस दौरान उनकी पत्नी और बेटी साथ रहीं. बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र खटीक ने मतदान का निशान दिखाकर लोगों से वोट करने की अपील की.
डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने किया मतदान मध्यप्रदेश के दूसरे चरण की सात सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है. अपना सांसद चुनकर दिल्ली भेजने के लिए टीकमगढ़ की जनता आज वोटिंग कर रही है. टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. 13 पुरुष और एक महिला प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं.
टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर मतदान टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मंत्री वीरेंद्र खटिक और कांग्रेस प्रत्याशी किरण अहिरवार में कड़ा मुकाबला है.टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर 16,48 797 मतदाता हैं. निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए पीने के पानी की व्यवस्था और छाया का प्रबंध किया हुआ है. वहीं दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हिलचेयर की भी व्यवस्था की हुई है.
टीकमगढ़ के कुल 16 लाख 43 हजार 361 मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में मतदान करेंगे. जिनमें पुरुष मतदाता 8लाख 72हजार563 मतदाता, तो 7लाख 70हजार 769 महिला मतदाता शामिल हैं. टीकमगढ़ में इस बार कुल 2062 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जहां प्रशासन ने सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम करने की बात कही हैं.
भले ही चुनावी मैदान में 14 प्रत्याशी किस्मत अजमा रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस की बीच ही है. टीकमगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने किरण अहिरवार और बीजेपी ने डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक पर भरोसा जताया है. इस बार वीरेंद्र खटीक की राह आसान नजर नहीं आ रही. सूबे की सत्ता बदलने के बाद सियासी हालात भी बदले हुए हैं. कांग्रेस इस बार पूरे दमखम के साछ चुनावी मैदान में है. कांग्रेस जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही. हालांकि दोनों ही प्रत्याशी टीकमगढ़ के लिए बाहरी हैं.
टीकमगढ़ लोकसभा सीट के तहत टीकमगढ़, जतारा, खरगापुर, पृथ्वीपुर, निवाड़ी, महराजपुर, बिजावर और छतरपुर विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें से चार सीटों पर बीजेपी काबिज है, तो तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में हैं. 2014 में वीरेंद्र खटीक ने कांग्रेस कमलेश वर्मा को 2 लाख 8 हजार 731 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. जबकि समाजवादी पार्टी इस सीट पर तीसरे स्थान पर रही थी. इस बार बीजेपी के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति बीजेपी से बगावत करके सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से मैदान में है. जिससे इस सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है.