निवाड़ी। जिले के कलेक्टर आशीष भार्गव ने कृषि विभाग को निर्देशित किया है कि, फसल में यदि पीला मोजेक बीमारी लग रही है तो जिले में इसकी रोकथाम के लिए तत्काल आवश्यक उपाय किए जाएं. साथ ही किसानों को जरुरी समझाइश दी जाए.
इसके पालन में जिला कृषि अधिकारी एसके श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में निवाड़ी अनुविभागीय कृषि अधिकारी भरत राजवंशी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी डीके नायक ने जिले के ग्रामों का भ्रमण किया.
भ्रमण के दौरान पाया गया कि जिले में सोयाबीन की फसल वर्तमान में एकदम सुरक्षित है, किसी भी ग्राम से सोयाबीन में बीमारी की रिपोर्ट नहीं है. कहीं-कहीं पर सोयाबीन में इल्ली का प्रकोप अवश्य शुरू हो गया है. जिसके लिए किसानों को सलाह दी गई है कि, वह सोयाबीन की फसल में क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल नामक दवा की मात्र 100 मिली लीटर मात्रा 500 लीटर पानी अर्थात 3 मिलीलीटर दवा एक टंकी यानी 15 लीटर पानी में मिलाकर सोयाबीन की फसल पर स्प्रे करें. यदि यह दवा ना मिले तो 1.5 लीटर क्वीनोल्फोस दवा का भी उपयोग किया जा सकता है.