टीकमगढ़। जिले में किसानों की सहायता के लिए बनाए गए समर्थन मूल्य गेंहू खरीद केंद्रों पर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. किसानों ने आरोप लगाया है कि प्रति ट्राली पर सर्वेयरों और समिति प्रबन्धकों द्वारा 1 हजार से लेकर 3 हजार रुपए तक लिया जा रहा है और जो किसान पैसा नहीं देता उसका अनाज रिजेक्ट कर देते हैं.
गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों को प्रति ट्राली एक हजार रुपए देनी पड़ रही है रिश्वत, पैसा नहीं देने पर अनाज हो रहा रिजेक्ट
जिले में किसानों की सहायता के लिए बनाए गए समर्थन मूल्य गेंहू खरीद केंद्रों पर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. किसानों ने आरोप लगाया है कि प्रति ट्राली पर सर्वेयरों और समिति प्रबन्धकों द्वारा हजारों रूपए लिए जा रहे हैं
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में इस बार 96 समर्थन मूल्य अनाज खरीद केंद्र बनाये गए है और इन केंद्रों पर 1,860 रुपया प्रति कुंतल की दर से किसानों का अनाज शासन खरीदता है और अभी तक गेंहू खरीदी केंद्रों पर 2 लाख 34 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है.
खाद्य अधिकारी ने बताया कि यदि खरीद केंद्रों पर किसानों के साथ अवैध तरीके से पैसे लिए जा रहे है तो पैसे लेने वाले सर्वेयरों के खिलाफ कार्रवाई होगी और यह बयान देकर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया, जबकि देखा जाए तो जिला खाद्य विभाग की लापरवाही से ही यह भ्रष्टाचार चल रहा है और किसानों को फेल-पास के चक्कर मे लूटा जा रहा है.
गेहूं बेचने के लेकिन समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर सर्वेयरों की मिली भगत से किसानों का गेहूं बगैर पैसे के नहीं खरीदा जाता है और किसानों को हफ़्तों- हफ़्तों खरीद केंद्रों पर अपना अनाज लेकर बैठना पड़ता है. साथ ही उनका कहना है कि जो किसान शिकायत करता है उसका अनाज रिजेक्ट कर दिया जाता है.