टीकमगढ़। जिले में ग्रामीण इलाके के दिव्यांग काफी समय से परेशान हो रहे थे, जिनकी न अधिकारी और न कोई जनप्रतिनिधि नही सुन रहा था. लगभग दो साल से परेशान दिव्यांग कलेक्टर हरिष्का सिंह से मिला और अपनी समस्या सुनाई. कलेक्टर ने उसकी समस्या को सुनकर योजनाओं का लाभ दिलवाया. दरअसल टीकमगढ़ जिले के अस्तोत्र गांव की भगवती खंगार अपनी 8 साल की नातिन को लेकर परेशान थी.
चार साल से दफ्तरों के चक्कर काट रही थी दिव्यांग, कलेक्टर ने समस्या की दूर - Diagnosis of problem of wandering woman for 4 years
कलेक्टर ने दिव्यांग बच्चों को लेकर भटक रही महिला की समस्या का समाधान किया. बता दें कि महिला अपनी दिव्यांग नातिन को लेकर परेशान थी. 4 साल बाद महिला की दिव्यांग बच्ची के सर्टिफिकेट कलेक्टर ने बनवाए हैं, जिससे उसे योजनाओं का लाभ मिल सके.
![चार साल से दफ्तरों के चक्कर काट रही थी दिव्यांग, कलेक्टर ने समस्या की दूर Diagnosed with problem of Divyang](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6055417-thumbnail-3x2-i.jpg)
दिव्यांग की समस्या का हुआ निदान
दिव्यांग की समस्या का हुआ निदान
आधार कार्ड नहीं होने से दिव्यांगों की योजनाओ का लाभ नही ले पा रही थी. महिला की नातिन सलोनी जन्म से ही दोनों आंखों से अंधी है. कलेक्टर ने दिव्यांग का आधार कार्ड बनवाया और घर से आने-जाने का बस पास, दिव्यांग सर्टिफिकेट के लिए निर्देश दिए जो जल्द ही बन जाएगा. दिव्यांग लड़की की पेंशन और निशुल्क पढ़ाई की व्यवस्था भी की जाएगी.
कलेक्टर ने कहा कि कोई भी परेशान व्गक्ति से उनसे सीधे मुलाकात कर अपनी समस्या बता सकता हैं.
Last Updated : Feb 13, 2020, 9:17 PM IST