टीकमगढ़।केंद्रीयवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. केंद्र सरकार के बजट से व्यापारियों को काफी उम्मीद है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार का ये बजट उनके हितों को लेकर बनाना चाहिए, ताकि मंदी के दौर से गुजर रहा व्यापार पटरी पर लौट सके. व्यापारियों का कहना है कि पीएम मोदी को इस बजट में टैक्स का ध्यान रखना पड़ेगा, इसलिए वित्त मंत्री को इस बजट में महंगाई रोकने के लिए टैक्स कम लगाना चाहिए, तभी आने वाला बजट जनता और व्यापारियों के हित में होगा.
बजट 2020: केंद्र के बजट से व्यापारियों की उम्मीदें - कपड़ा व्यापारी
केंद्र सरकार के बजट से व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं. व्यापारियों की मांग है कि इस बार के बजट में केंद्र सरकार को टैक्स कम करना चाहिए, ताकि मंदी के दौर से गुजर रहा व्यापार पटरी पर आ सके.
![बजट 2020: केंद्र के बजट से व्यापारियों की उम्मीदें Expectations from traders from the center's budget](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5904857-thumbnail-3x2-bjat.jpg)
व्यापारियों का कहना है कि सोने-चांदी की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे सराफा व्यापार चौपट हो रहा है. वहीं छोटी-छोटी बिक्री पर रसीद बनाकर देना पड़ता है, ताकि टैक्स लगने पर व्यापारियों का नुकसान हो रहा है, इसलिए केंद्रीय बजट में छोटी खरीद-बिक्री पर टैक्स नहीं लगाना चाहिए. बजट ऐसा आए, जिसमें बढ़ती कीमतों पर अंकुश लग सके. व्यापारियों का कहना है कि टैक्स ज्यादा लगने से स्टेशनरी और किताबों का कारोबार ज्यादा मुसीबत में है, इसलिए मोदी सरकार टैक्स कम लगाए, ताकि व्यापार और व्यापारी को दिक्कत ना हो.
कई व्यापारियों का कहना है कि मोदी सरकार को देश में महंगाई रोकने और व्यापारियों को राहत देने के लिए नई नीतियां बनानी चाहिए, ताकि देश के लोगों को इस बजट से ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके. व्यापारियों ने कहा कि अभी कपड़ा व्यापारी, स्टेशनरी, सराफा, किराना, किताब, कपड़ा सहित तमाम कारोबारी ज्यादा टैक्स के चलते परेशान हैं.