टीकमगढ़। बुंदेलखण्ड पर्यटन के विकास को लेकर बुंदेला राजा मधुकर शाह ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है, 10वीं शताब्दी से देश की आजादी तक बुंदेला रियासत की तूती बोलती थी और इस राजघराने की पिछली पीढ़ियों ने जो अद्भुत स्मारक तामीर कराए थे, वो आज अनदेखी के अभाव में अपनी दुर्दशा पर रो रही है.
बुंदेलखण्ड पर्यटन का विकास नहीं होने पर बुंदेला राजा ने नेताओं को सुनाई खरी-खोटी
बुंदेलखण्ड पर्यटन के विकास को लेकर बुंदेला राजा मधुकर शाह ने नेताओं को खरी खोटी सुना दी.
बुंदेलखण्ड पर्यटन का विकास
मधुकर शाह का कहना है कि बुंदेलखण्ड के विकास की चिंता किसी को नहीं है, पर्यटकों के आने से कई लोगों को रोजगार को मिलता है, लेकिन नेताओं को कुछ नहीं मिलता, इसलिए नेता बुंदेलखण्ड पर्यटन के विकास के बारे में नहीं सोचते. नेताओं को अपने व्यक्तिगत फायदे से फुरसत मिले तभी वो बुंदेलखण्ड के विकास के बारे में सोचेंगे.
बुंदेलखण्ड का अपने आप में अलग ही इतिहास है, यहां के वीर राजाओं की गाथाएं आज भी पूरे भारत में सुनाई जाती हैं.