टीकमगढ़। कृषि अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी योगेंद्र भदौरिया ने 40 साल पुराने पंचपरमेश्वर मंदिर पर अपना कब्जा जमाया हुआ है और मंदिर में रखी मूर्ति को अपना बताकर सैकड़ों लोगों को पूजा -अर्चना से भी महरूम किया हुआ है. भदौरिया की हिटलशाही से परेशान लोगों ने अब कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है.
अधिकारी ने मंदिर में जड़ा ताला, लोगों ने कलेक्टर से लगाई गुहार
टीकमगढ़ जिले में कृषि अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी योगेंद्र भदौरिया की तानाशाही से परेशान लोगों ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है. योगेंद्र भदौरिया पर आरोप है कि, उसने पिछले एक साल से मंदिर में रखी मूर्ति को अपना बताकर ताला लगाया हुआ है.
मामला टीकमगढ़ शहर के मऊ चुंगी का है. जहां पर कृषि अभियांत्रिकी विभाग के परिसर में बना 40 साल पुराना शिव और गणेश जी का मंदिर बदहाली में शिकार हो चुका है. मोहल्ले वालों के सहयोग से मंदिर में पुजारी रखा था, लेकिन यहां के तानाशाह अधिकारी योगेंद्र भदौरिया ने पुजारी को भी हटा दिया, जबकि पुजारी यहां 10 सालों से मंदिर में पूजा कर रहा था. बताया जा रहा है कि, ये मंदिर करीबन 400 लोगों की आस्था का केंद्र है, लेकिन पिछले एक साल से यहां सब बंद है.
लोगों का आरोप है कि, योगेंद्र भदौरिया ने उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. मंदिर में तालाबंदी कर भगवान को ही कैद कर दिया है. जिस वजह से लोग न तो भगवान के दर्शन कर पा रहे हैं और न ही पूजा अर्चना. लोगों का कहना है कि, कई बार इस मसले को कलेक्टर से शिकायत की गई है, लेकिन समाधान नहीं हुआ. वहीं आज एक बार फिर कलेक्टर से इन लोगों ने मंदिर से ताला खुलवाने और उन्हें पूजा करने की इजाजत के लिए गुहार लगाई है.