टीकमगढ़।कोरोना महामारी के बीच टीकमगढ़ जिले के 553 मजदूरों को ट्रेन से छतरपुर, सागर और ग्वालियर लाया गया और वहां से जिला प्रशासन के द्वारा 10 बस भेजकर उनको टीकमगढ़ जिले लाया गया. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद सभी मजदूरों को भोजन कराकर उनके घर के लिए रवाना कर दिया. साथ ही उन्हें 14 दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन रहने की सलाह दी गई है.
दूसरे शहरों में फंसे 553 लोग पहुंचे अपने घर, स्क्रीनिंग कर किया घर रवाना
कोरोना महामारी के बीच टीकमगढ़ जिले के 553 मजदूरों को ट्रेन से छतरपुर, सागर और ग्वालियर लाया गया और वहां से जिला प्रशासन के द्वारा 10 बसे भेजकर उनको टीकमगढ़ लाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वाारा स्क्रीनिंग की गई और फिर उन्हें उनके घर के लिए रवाना किया गया.
ये सभी मजदूर जतारा, लिधौरा, टीकमगढ़, पलेरा, खरगापुर, बल्देवगढ़, मोहनगढ़ समेत कई अलग-अलग तहसीलों के हैं. ये सभी मजदूर काम की तलाश में हरियाणा और दिल्ली गए हुए थे, लेकिन कोरोना के चलते पूरे देश मे लॉकडाउन लग गया था, इसके चलते नौकरी नहीं मिलने पर मजबूरन इन मजदूरों को अपने-अपने घर का सफर करना पड़ रहा है.
बता दें कि सभी मजदूर अलग अलग स्पेशल ट्रेनों से दिल्ली और हरियाणा से मध्यप्रदेश लाए गए हैं. और उनको अलग-अलग जिलों में रेलवे स्टेशनों पर उतारकर उनके जिलों में बसों से भेजा गया. इन सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग ट्रेन में बैठने से पहले और फिर ट्रेन से उतरने के बाद की गई है. वहीं अब भी टीकमगढ़ जिले के 4500 मजदूर दूसरे शहरों में फंसे हुए हैं. जिन्हें उनके घर पहुंचाने का प्रयास जारी है.