सीधी-सिंगरौली।देश की संसद में मध्यप्रदेश की सीधी-सिंगरौली हाईवे का मुद्दा गूंजा. मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह हाईवे पिछले करीबन डेढ़ दशक में पूरा ही नहीं हो सका. 2008 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली थी, लेकिन यह अब तक पूरा नहीं हो सका है. जवाब में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ ऐसा कहा कि सदन में जमकर ठहाके लगे. मगर मामला गंभीर है, लिहाजा गडकरी ने कहा कि इस हाईवे पर आ रही परेशानियों पर पूरी एक किताब लिखी जा सकती है. एक बार कोशिश कर के तो देखें.
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने जवाब देते हुए कहा कि देश में यह सड़क क्यों पूरी नहीं हो पा रही इस पर चिंतन-मंथन की जरुरत है. उन्होने इस समस्याओं को सदन में सिलसिलेवार गिनाया, साथ ही इसको लेकर अफसोस भी जताया.
राज्यसभा सांसद ने यह उठाया था सवाल:मध्यप्रदेश की सीधी-सिंगरोली एनएच की हालत बेहद बदतर है. इसका टेंडर 2008 में हुआ था और सड़क निर्माण की डेडलाइन 2014 में खत्म भी हो चुकी है. इस नेशनल हाईवे की खस्ता हालत को लेकर पूर्व में भी केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नाराजगी जता चुके हैं. इस मुद्दे पर राज्य सभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने सदन में जब फिर से सवाल पूछा तो गडकरी का दर्द भी साफ नजर आया.
गडकरी ने गिनाई परेशानियां: उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को 2008 में मंजूर किया गया था, लेकिन 15 साल बीतने के बाद भी यह अब भी नहीं बन पाया. इसका मुझे कारण बताया गया है कि भूमि अधिग्रहण नहीं हो पाया है. भूमि अधिग्रहण में देरी के लिए क्या राज्य सरकार को लिखा जाएगा और इसके लिए प्रदेश के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी? जवाब में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इसका काम 2013 में प्रायमिकता के आधार पर गैमन इंडिया को दिया गया, लेकिन कई समस्याओं के चलते कंपनी काम नहीं कर सकी. बाद में कंपनी को टर्मिनेट कर दिया गया.