सिंगरौली। यूरिया संकट के बीच 3 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की रैक सिंगरौली पहुंची है. जिससे खाद की कमी से जूझ रहे किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी. जिले में बीते कई दिनों से यूरिया संकट चल रहा था. जहां एक बोरी खाद के लिए किसान रात से ही लाइन में लग जाते थे और दो-दो दिन तक लाइन में खड़े रहना पड़ता था. इसके वाबजूद किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं हो पाती थी. (Singrauli Urea crisis)
सहकारी समितियों में खाद नहीं: बीते एक सप्ताह से जिले के 39 ग्रामीण सहकारी समितियों में खाद नहीं बेची गई थी. जिससे यूरिया खाद की कमी से किसानों को लगातार समस्या हो रही थी. जिसके चलते किसान दूर-दूर से चलकर जिला मुख्यालय की सहकारी समिति में रात से ही लाइन में लग जाते थे. जहां एक बोरी खाद के लिए दो 2 दिन लाइन में लगे रहने के वाबजूद किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही थी. किसानों की परेशानी को देखते हुए सिंगरौली कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने सरकार तथा रेलवे को पत्र लिखकर यूरिया की मांग की. जिसके बाद 3 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद सिंगरौली पहुंची. तब जाकर सिंगरौली के किसानों ने राहत की सांस ली. (Urea reached Singrauli )