सिंगरौली। सिंगरौली में मासूमों के पोषण आहार की चोरी के बाद हड़कंप मच गया. शिकायत के बाद पुलिस ने आनन फानन में कार्रवाई करते हुए छापेमारी की. जिसमें 12 बोरी पोषण आहार जप्त किया गया है. आगे की जांच में पुलिस अभी भी जुटी हुई है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भांजे भांजियों को अच्छी सेहत के लिए पोषण आहार की व्यवस्था कर रहे हैं. दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की लापरवाही और भ्रष्टाचार से यह पोषण आहार सीधे दुकानों तक पहुंच रहा है. दुकान संचालक राकेश बिंद को पुलिस गिरफ्त में लेकर पूछताछ कर रही है. (singrauli Theft of nutritious food of innocents)
Singrauli Nutritional diet: मासूमों के पौष्टिक आहार की चोरी, छापे में 12 बोरी पोषण आहार जब्त, जांच में जुटी पुलिस - सिंगरौली पुलिस ने मारा छापा 12 बोरी पोषण आहार जप्त
मध्यप्रदेश में खाद के साथ साथ बच्चों के पौष्टिक आहार की कालाबाजारी और चोरी थमने का नाम नहीं ले रही. ताजा मामला सिंगरौली से प्रकाश में आया है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते छापेमारी में 12 बोरी पोषण आहार जब्त कर लिया गया है. दुकान संचालक को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस गहन छानबीन कर रही है. (Singrauli Nutritional diet Theft)
जाने पूरा मामलाःसिंगरौली जिले के नवानगर थाना के नवानगर बगीचा के पास पोषण आहार बोरियों में रखे जाने की सूचना पुलिस को मिली थी. सूचना पाकर नवानगर थाना पुलिस ने छापेमार कार्रवाई करते हुए किराना दुकान से 12 बोरी से ज्यादा आगनबाड़ी के पोषण आहार को जप्त किया है.किराना दुकान संचालक राकेश कुमार बिंद को अपने गिरफ्त ले लिया है. पुलिस उससे पूंछतांछ कर रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह पुष्टाहार राकेश बिंद की दुकान पर पहुंचा कैसे. इसके लिए वह अन्य लोगों से भी जानकारी हासिल कर रही है. इसमें अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. यह नन्हे-मुन्ने बच्चों का पोषण आहार कहां से आया है. इसे किसने राकेश कुमार को बेचा. (singrauli police raid nutritional food confiscated)
सरकार की योजनाओं को फेल कर रहे विभागीय कर्मचारीःएक ओर प्रदेश की सरकार मासूम बच्चों के पोषण को लेकर सख्त रवैया अपनाए हुए है. वह उच्चतम क्वालिटी का पोषण आहार उपलब्ध कराकर बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य बनाए हुए है. दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं महिला बाल विकास विभाग की लापरवाही के कारण सरकार की योजनाएं धरातल पर सफल होते नहीं दिख रही है. सरकार को विभागीय कर्मचारी ही नुकसान और धोखा देने का कार्य कर रहे है. यह कोई पहली दफा नहीं है. इससे पहले भी भ्रष्टाचार की ऐसी तस्वीर कई बार सामने आ चुकी है जहां मासूमों का पोषण आहार सीधे दुकानों तक जा पहुंचता है.
क्या बोले पुलिस अधिकारीः थाना प्रभारी रावेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि हमें मुखबिर से सूचना मिली थी कि किसी किराना दुकान पर आंगनबाड़ी में जाने वाला पोषण आहार बोरियों में रखा हुआ है. हमने अपनी टीम भेजकर जांच करवाई तो मौके से 12 बोरी से ज्यादा पोषण आहार जप्त किया है. किराना दुकान संचालक को भी गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है कि यह पोषण आहार कहां से आया है. ( singrauli police engaged in investigation)