सिंगरौली। छत्तीसगढ़ बॉर्डर पार कर सिंगरौली जिले की सीमा में 15 से अधिक हाथियों का झुंड घुस आया था, जहां हाथियों ने उर्ती के जंगलों से सटे गांवों में उत्पात मचा दिया था. इस घटना के 5 दिन बाद वन अमले को हाथियों को एमपी सीमा से लगे छत्तीसगढ़ सीमा तक पहुंचाने में सफलता मिली है, जिसके बाद हाथी छत्तीसगढ़ से लगे सिंगरौली के उर्ती, गोभा, ननियागढ़ जंगल की तरफ बढ़ रहे थे. वहीं हाथियों ने काफी तबाही मचाने के बाद वन विभाग ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और हाथियों को छत्तीसगढ़ से लगे जंगल में दक्षिण पूर्व की दिशा में घूमने की संभावना जताई है.
जंगली हाथियों को खदेड़ने में फॉरेस्ट गार्ड की मौत, एक किसान भी बना शिकार
सिंगरौली जिले में छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर सिंगरौली के उर्ती, गोभा के जंगलों में हाथियों का आतंक पिछले 5 दिनों से लगातार जारी है, शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान लगे वनरक्षक रामदरश शर्मा और एकपई गांव के एक किसान रामकृपाल पाल को हाथियों ने मौत के घाट उतार दिया था.
बता दें कि इस घटना में हाथियों के झुंड ने एकपई गांव के किसान रामकृपाल पाल व हाथियों के रेस्क्यू में लगे बीटगार्ड राम दरश शर्मा को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद किसान रामकृपाल पाल के परिजनों को तत्काल सहायता के रूप में 4 लाख हजार रुपए की मदद दी गई थी और बीटगार्ड रामदरश शर्मा की मौत हो जाने पर उनके परिजनों को 10 लाख की सहायता राशि दी गई है. इस घटना के बाद से वन विभाग जंगली क्षेत्रों में जंगली जानवरों से बचने की लिए जागरूकता अभियान चलाएगी. साथ ही बताएगी कि ग्रामीणों को जंगली जानवरों से बचने के लिए क्या करना है.