सिंगरौली।मेढ़ौली गांव के विस्थापितों ने अपनी मांगों को लेकर काम बंद कर दिया है. जिससे एनसीएल परियोजना में काम ठप पड़ गया है. दरअसल सिंगरौली जिले के विस्थापितों ने बेरोजगारी और मुआवजा को लेकर एनसीएल परियोजना में धरना प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में क्षेत्रीय विधायक राम लल्लू बैस ने विस्थापितों की मांगों को जायाज ठहराते हुए खुद भी धरने पर बैठ गए.
सिंगरौली: विस्थापितों के प्रदर्शन के बाद ठप पड़ा NCL परियोजना का काम, की ये मांग - Demand for compensation to the displaced
सिंगरौली जिले के विस्थापितों ने बेरोजगारी और मुआवजा को लेकर एनसीएल परियोजना में धरना प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में क्षेत्रीय विधायक राम लल्लू बैस ने विस्थापितों की मांगों को जायज ठहराते हुए खुद भी धरने पर बैठ गए.
स्थानीय विस्थापित लोगों की मांग है कि विस्थापन रोजगार व पुनर्वास नीतियों के तहत मेढ़ौली के ग्रामीण व विस्थापितों को उन्हें उनका हक मिले. इसी बात को लेकर विस्थापितों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए जयंत खदान का काम बंद कर दिया है. इस दौरान पुलिस और प्रशासन का अमला भी मौके पर मौजूद रहा. ताकि किसी भी झड़प की स्थिति निर्मित ना हो सके. वहीं सिंगरौली विधायक राम लल्लू बैस ने कहा कि एनसीएल द्वारा मनमानी तरीके से मुआवजा वितरण का काम किया जा रहा है जिससे लोगों में आक्रोश है.
विधायक के मुताबिक यह हड़ताल अनिश्चित कालीन तक चलती रहेगी. इस दौरान विधायक ने मांग नहीं मानने पर आने वाले समय में कोल डिस्पैच के काम को भी रोकने के संकेत दिए. वहीं इन सब के बीच एनसीएल के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.