सिंगरौली। नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी से मेयर प्रत्याशी रानी अग्रवाल के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2 जुलाई को सिंगरौली में चुनावी सभा करेंगे. तो वहीं 3 जुलाई को भाजपा के मेयर प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा के समर्थन में सीएम शिवराज सिंह चौहान सिंगरौली आकर चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. सिंगरौली नगरीय निकाय चुनाव में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा. भाजपा, कांग्रेस और आप इन तीनों दलों के मेयर उम्मीदवार किसी से कम नहीं हैं. सभी की जनता में अच्छी पकड़ है और इन्हीं तीनों के बीच चुनावी मुकाबला होने वाला है. तीनों ही दलों के स्टार प्रचारक अपने-अपने उम्मीदवार के समर्थन में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप और विकास के बड़े बड़े दावे करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं, लेकिन ये पब्लिक है सब जानती है.
चुनाव में जातीय समीकरण बिगाड़ सकते है खेल: प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाताओं के हाथ में है. नेताओं के वादों से जनता कितना रीझती है, इसकी तस्वीर तो मतगणना के बाद साफ हो ही जाएगी. फिलहाल जनता को रिझाने व मनाने का दौर जारी है. वैसे तो चुनाव के दौरान बहुत बड़ी-बड़ी बातें कही जाती हैं कि, लोग विकास, रोजगार एवं उम्मीदवार की शिक्षा के आधार पर वोट करते हैं. लेकिन आज भी बड़े पैमाने पर मतदाता जाति के आधार पर उम्मीदवार का चुनाव करते हैं. सिंगरौली के नगरीय निकाय चुनाव की बात की जीए, तो यहां पर कई राजनैतिक दल ऐसे भी हैं, जो सिर्फ एक जाति व संप्रदाय के ही बनकर रह गए हैं.
अरविंद केजरीवाल सिंगरौली में करेंगे चुनावी जमसभा: सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. चुनाव में अफवाहों का बाजार गर्म है कि, ब्राह्मण भाजपा से खफा हैं और वह आम आदमी पार्टी या कांग्रेस को वोट दे सकते हैं. हालांकि यह सच नहीं है, क्योंकि विपक्ष के पास कोई भी बड़ा ब्राह्मण चेहरा नहीं है, जिससे वह उन्हें अपनी तरफ खींच सकें. इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र के अन्य सामान्य वर्ग का रुझान भी अभी तक भाजपा की ओर ही है. लेकिन यह रुझान बदल भी सकता है, क्योंकि 2 जुलाई को सिंगरौली में आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सिंगरौली की जनता को रिझाने के लिए चुनावी सभा करेंगे और वादें भी. जनता कहीं उनके वादें से रीझ न जाए, ये सबसे बड़ा सवाल भाजपा और कांग्रेस के लिए सर दर्द बना हुआ है.
ब्राह्मणों को मनाने घर घर जा रहे पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला: सिंगरौली नगर निगम के मेयर पद के लिए अनारक्षित सीट पर ओबीसी समुदाय से चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को भाजपा ने मेयर का टिकट दिया है. जिस वजह से पार्टी व अन्य लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. यहाँ तक कि भाजपा से अब ब्राहमण समुदाय के लोग भी खफा हो गए हैं, जिन्हें मनाने के लिए अब भाजपा के कदावर नेता राजेन्द्र शुक्ला विधायक व पूर्व मंत्री ब्राह्मण मतदाताओं के घर-घर जाकर मनाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि नगर निगम क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है.
ऐसे समझें जातीय समीकरण:
- ब्राम्हण 37000 मतदाता - साहू 35000 मतदाता - हरिजन 17000 मतदाता - आदिवासी 15000 मतदाता