सिंगरौली। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. चुनावी सरगर्मी के बीच सिंगरौली जिले की देवसर विधानसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है. 80 साल के नाना और 27 साल की नातिन के बीच यह मुकाबला होगा. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा उम्र के उम्मीदवार वंशमणि प्रसाद वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं समाजवादी पार्टी से वंशमणि की नातिन डॉक्टर सुषमा प्रजापति भी चुनावी मैदान के दंगल में कूद गई हैं. डॉक्टर सुषमा सबसे कम उम्र की महिला प्रत्याशी हैं, जो विधायक बनने की चाह में डॉक्टरी पेशे से अब विधायक बनने की सफर में निकल पड़ी हैं.
पेशे से डॉक्टर हैं प्रत्याशी सुषमा प्रजापति: डॉक्टर सुषमा प्रजापति ने कहा कि पिछले कई वर्षों से उनके पिता डॉक्टर एचएल प्रजापति डॉक्टरी पेशे के साथ-साथ राजनीति में भी थे. जनपद पंचायत अध्यक्ष भी रहे. 2018 की विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने चुनाव लड़ा था, लेकिन कुछ लोगों की वजह से उन्हें राजनीति का शिकार होना पड़ा. उनके ऊपर कई मुकदमे लाद दिये गए. जिस वजह से अब वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, इसलिए पिता ने मुझे राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया. मैं पेशे से एक डॉक्टर हूं और अब अपने पेशे के साथ राजनीति भी करना चाहती हूं.
लिहाजा विधानसभा का चुनाव लड़ रही हूं. यहां बेरोजगारी, प्रदूषण, और यहां के ज्वलंत मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही हूं और उनका आशीर्वाद मांग रही हूं. देवसर विधानसभा सीट से ही हमारे नाना वंशमणि वर्मा भी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रहे है. मैं भी समाजवादी पार्टी से लड़ रही हूं. जनता का आशीर्वाद हमें जरूर मिलेगा.