सिंगरौली। कोल-रेत के बाद अब भू-माफिया भी अपने पैर पसारते जा रहे हैं. प्रदेश सरकार भले ही कितने दावे क्यों न करे, पर इनका जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है.देवसर निवासी रामखेलावन करीब एक साल से कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं और कई सालों से पांच एकड़ जमीन पर खेती कर रहे हैं.
अधिकारियों की गलती का खामियाजा भुगत रहा किसान, अब भू-माफिया भी दिखा रहे आंख - देवसर
कोल-रेत के बाद अब भू-माफिया भी प्रदेश में सक्रिय होने लगे हैं, जिसके चलते गरीब किसानों को अपनी ही जमीन पर घर बनाकर रहना भी मुश्किल हो रहा है.
बता दें कि 1996 में बंदोबस्ती के समय सरकारी तंत्र की गड़बड़ियों के चलते राम खेलावन का नाम जमीन से हट गया था. जिसके बाद कलेक्टर और तहसीलदार को आवेदन देकर जमीन पर उनका नाम चढ़ाने की बात कही थी, लेकिन कई सालों तक चक्कर लगाने के बाद भी अब तक गलती का सुधार नहीं किया गया है.
वहीं, जिले के दबंग भू-माफिया सुनील सिंह अधिकारियों के साथ मिलकर उसी जमीन पर क्रेशर मशीन लगाने की जुगाड़ में है. साथ ही कई बार जेसीबी लेकर किसान का घर गिराने पहुंच जाते हैं, वहीं परिवार के विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी देता है.
राम खेलावन का कहना है कि कई बार कलेक्टर, तहसीलदार सहित कई अधिकारियों के पास जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है और लगातार धमकी पर धमकी दी जा रही है, कलेक्ट्रेट में न्याय की गुहार लगाने पर भी कोई सुन नहीं रहा है और वहीं कलेक्टर केवीएस चौधरी का कहना है कि कोर्ट में बुलवा कर दिखा लेते हैं.