सिंगरौली। जिले के मेढौली गांव के लोगों के लिए नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड जयंत परियोजना मुसीबत का सबब बनती नजर आ रही है. विस्थापन की प्रक्रिया नौ वर्ष पहले शुरु की गई थी, लेकिन अब तक ये प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. ग्रामीणों ने मुआवजे के वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है, कांग्रेस नेता कुंदन पांडे ने परियोजना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सिंगरौली: NCL जयंत परियोजना की मनमानी विस्थापितों के लिए बनी मुसीबत का सबब - सिंगरौली न्यूज
सिंगरौली जिले के मेढौली गांव के लोग नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड कंपनी की मनमानी से परेशान हो चुके हैं, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
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विस्थापित परेशान
उन्होंने मांग की है कि विस्थापितों की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए. पांडे ने बताया कि कंपनी मुआवजा में अनियमितता की समस्या को लेकर कलेक्टर से बात की गई थी जिस पर उनका कहना है कि यह विस्थापन एनसीएल द्वारा किया जा रहा है इसका निवारण भी एनसीएल करेगा.
वहीं विस्थापितों का कहना है कि नौ वर्ष से विस्थापन प्रक्रिया चल रही है, कई लोगों को मुआवजा भी मिल गया लेकिन अभी तक एनसीएल जयंत परियोजना के द्वारा किसी को नोटिस नहीं दी गई है.
Last Updated : Oct 22, 2019, 1:23 PM IST