सीधी। मध्यप्रदेश की सत्ता में आने के लिए राजनीतिक पार्टियां विकास के कई दावे करती हैं, वहीं सरकार भी विकास के दावे करके थकती नहीं है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है. सीधी जिले में आज भी ऐसे अनेक गांव हैं जो बुनियादी सुविधाओं के लिए मोहताज हैं, पानी की एक-एक बूंद के लिए ग्रामीणों को कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है, इसकी एक तस्वीर देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है. और जिम्मेदार मानते हैं कि सीधी जिले में पानी की कोई समस्या नहीं है.
नाले का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
सीधी जिले के बहरी कस्बे में 40 साल से अधिक समय तक कांग्रेस के विधायक रहे हैं. अनेक सरकार आई और चली गईं, लेकिन इस गांव की तस्वीर आज भी नहीं बदली. ग्रामीण 100 मीटर नीचे खाई में बने गड्ढे का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, धूप हो, बारिश या ठंड हमेशा पानी के लिए ग्रामीणों को जूझना पड़ता है. ग्रामीण करीब 100 मीटर नीचे उतरकर पानी भरकर ऊपर चढ़ते हैं, जिले में 20 हजार से अधिक हैंडपंप खुदवाए गए, लेकिन इन बदनसीबों को एक भी हैंडपंप नसीब नहीं हुआ. ऐसा नहीं है कि विधायक, सांसद, कलेक्टर से इन लोगों ने पानी के लिए गुहार नहीं लगाई हो, लेकिन आज तक इन लोगों की किसी ने नहीं सुनी.