सीधी। सभी राजनीतिक पार्टियों को चुनाव के वक्त गौ माता की याद आने लगती है. उनकी रक्षा और संरक्षण की बातें तो की जाती हैं, लेकिन चुनाव होने के बाद फिर उन्हें भूल जाते हैं. सीधी में भी कांग्रेस ने अनेक जगहों पर गौशाला बनाने का दावा किया. लेकिन हकीकत में आज भी गाय आवारा पशु बनकर सड़कों में घूम रही हैं और हादसों को न्योता दे रही हैं. सड़कों के अलावा अब गौ माता ने जिला कलेक्टर को अपना ठिकाना बना लिया है.
सीधी कलेक्ट्रेट में गायों का डेरा, गौशाला बनवाने के सरकारी दावों की ये है हकीकत
सरकार गौ रक्षा के बड़े-बड़े दावे करती है. पिछली कांग्रेस सरकार ने भी गौशाला बनाने के दावे किए, लेकिन जमीनी हकीकत में सारे वादे और दावे खोखले नजर आए हैं. सीधी में सड़कों पर घूमती आवारा पशुओं की वजह से आए दिन सड़क हादसे सामने आते हैं. गाय माता को जब कोई जगह नहीं मिलती तो जिला कलेक्ट्रेट को ही अपना आशियाना बना लेती है.
सीधी कलेक्ट्रेट में गायें
हर रोज सैकड़ों की संख्या में मवेशी जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर चहलकदमी करते देखी जा सकती हैं. वहीं जिला प्रशासन के जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं. ऐसे ही एक तस्वीर हमने अपने कैमरे में कैद की है. जहां 15 अगस्त को दोपहर से ही गायों ने अपना डेरा जिला कलेक्ट्रेट में डाल लिया. अब देखना होगा कि सरकार और जिला प्रशासन इन गायों के लिए गौशाला की व्यवस्था कब तक कर पाती है.