सीधी । सीधी बस हादसा कभी न मिटने वाला जख्म दे गया है. कई परिवारों में मातम छा गया. किसी का बेटा, किसी की बेटी, किसी का भाई, किसी का पिता हादसे की भेंट चढ़ गए. अब तक 51 शव मिल चुके हैं . मंगलवार रात तक 47 शव मिले थे. आज चार डेड बॉडी और मिलीं. इनमें पांच महीने की बच्ची का शव रीवा में मिला. लापता लोगों की तलाश में अभी भी जारी है. इस बीच गांव में एक साथ कई चिताएं जलीं.
51 शवों का बोझ कैसे उठाएगी शिवराज सरकार ?
बुधवार दोपहर में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी घटनास्थल पहुंचे. शिवराज ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पीड़ित लोगों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. कुछ लोगों ने शिवराज सिंह से कहा, कि अगर सड़क जाम नहीं होती, तो हमारे बच्चे जिंदा होते . अब तो सड़क बनवा दीजिए. ताकि किसी और का परिवार अब ना उजड़े.
मां की गोद से छिटकी पांच महीने की शुभी
पांच महीने की मासूम शुभी उर्फ सौम्या अपनी मां की गोद से गिर गई थी. 24 घंटे बाद उसका शव सीधी की सीमा से 22 किलोमीटर दूर रीवा के गोविंदगढ़ के पास मिला.
आर्थिक मदद से नहीं भरेंगे जख्म
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है, कि सीधी बस हादसे में मृतक के परिजनों को 7-7 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी . घायलों को 50 हजार रुपए की राशि देने की घोषणा की गई है.
बस ड्राइवर गिरफ्तार
बस ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर दिया गया है. 28 साल का बालेन्द्र विश्वकर्मा रीवा के सिमरिया का रहने वाला है. बालेंद्र के ड्राइविंग लाइसेंस और बस के दस्तावेज लिए टीमें रीवा और सतना भेजी गई हैं.