सीधी। जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. खबर दिखाए जाने के बाद मझौली जनपद पंचायत के सचिव को निलंबित कर दिया गया, जबकि पंचायत सीईओ को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. इस पूरे मामले में जिला पंचायत सीईओ ने कार्रवाई जारी होने की बात कही है.
मनरेगा में धांधली की शिकायत पर सचिव निलंबित ये था मामला
मझौली जनपद पंचायत में मनरेगा योजना में ट्रैक्टर से काम कराया जा रहा था. जिसमें सचिव द्वारा नाबालिक बच्चों से भी काम लिया जा रहा था. ये पूरा मामला नोढिया गांव का है, जहां पंचायत सचिव हिमांशु गुप्ता द्वारा मनरेगा योजना के तहत मेढ़ बंधान का काम मजदूरों की बजाय ट्रैक्टर से कराया जा रहा था. जिसमें नाबालिग बच्चें भी काम कर रहे थे, इस मामले में जनपद सीईओ व्ही.के श्रीवास्तव से शिकायत की, लेकिन शिकायक का कोई स्थाई समाधान नहीं निकला. जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ एबी सिंह ने तत्काल एक्शन लेते हुए सचिव हिमांशु गुप्ता को निलंबित कर दिया और जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
वहीं ये बात भी सामने आई है कि मामले की जानकारी लगते ही सचिव ने जनपद सीईओ को रिश्वत देने की पेशकश की थी. ये घटना मीडिया के कैमरे में कैद हो गई थी. जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ ए.बी सिंह ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेते हुए कार्रवाई की है. जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद संबधित अधिकारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.