सीधी। कोरोना महामारी के बीच हर कोई अपना योगदान दे रहा है चाहे वह पुलिसकर्मी हो, स्वास्थ्यकर्मी हो या सफाईकर्मी. हर कोई अपना परिवार छोड़कर इस महामारी के दौरान काम कर रहे हैं, वहीं ऐसे में सफाई कर्मियों के पेमेंट में कटौती की जा रही है. जिसे लेकर शिवसेना ने सफाई कर्मियों की पेमेंट कटौती को लेकर उनके साथ मिलकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है.
लॉकडाउन के दौरान नहीं काटी जाए किसी की भी सैलरी शिवसेना की जिला इकाई ने जिले की सफाईकर्मियों के पेमेंट कटौती की समस्या को लेकर सफाई कर्मियों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला अपर कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपते हुए मामले की शिकायत की.
सफाई कर्मी निरंतर रूप से नगर को स्वच्छ रखने के लिए एक अहम भूमिका निभा रहे हैं. कड़ी धूप में भी लगातार सफाई कर रहे हैं ताकि कोरोना वायरस जैसी बीमारी फैल न सके, वह अपनी जान जोखिम में डालकर सच्ची निष्ठा भाव के साथ देश को सुरक्षित और साफ रखने में अपना योगदान दे रहे हैं.
ऐसे हालात में भी सीधी जिले के नगर पालिका के कुछ अधिकारियों ने तानाशाही पूर्वक हाजिरी रजिस्टर में मनमानी पूर्वक ड्यूटी दर्शाकर महीने की सप्ताह भर की पेमेंट काट रहे हैं. वहीं एक तरफ देश के प्रधानमंत्री आवाहन कर चुके हैं कि देश मे कोरोना वायरस जैसी बीमारी महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन के चलते, किसी भी कर्मचारी, अधिकारी की पेमेंट नहीं काटी जाएगी, बावजूद इसके नगर के अधिकारी इसकी धज्जियां उड़ाते हुए गरीब मजदूरों के पेट पर लात मार रहे हैं. जिसे लेकर शिवसेना ने सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है और वेतन न कांटने की मांग की है.