सीधी। जिले में सोन, गोपद, व बनास नदीयां मुख्य रूप से बहती हैं, वहीं माफियों ने बड़ी-बड़ी मशाीन लगाकर नदीयों को छलनी कर दिया है. और नदी से बहने वाली धारा का रास्ता रेत माफिया बदल रहे हैं. मजदूरों की जगह खदानों में जेसीबी, पोकलेन जैसी विशालकाय मशीन लगाकर नियमों से अधिक और क्षमता से बाहर रेत का दोहन कर पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जबकी विधानसभा सिहावल में अधिकतर रेत संचालित की जा रही है जो पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का क्षेत्र कहलाता है.
सीधी में रेत उत्खनन जोरो पर, गोपद नदी की धारा का रुख बदला, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
सीधी जिले में बहने वाली सोन, गोपद, व बनास नदियां बहती हैं, माफियाओं द्वारा लगातार बड़ी-बड़ी मशीन लगाकर रेत का उत्खनन किया जा रहा है जिसपर कलेक्टर ने भरोसा दिलाया है कि मामलें की जांच की जाएगी.
रेत माफियाओं के खिलाफ कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
इस मामलें में बीजेपी नेत्री उषा गोपाल ने कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है, और प्रशासन को चताया है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन भूख हड़ताल और आंदोलन करना पड़ेगा. वहीं इस मामले में जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि एसडीएम को मौके पर भेज कर जांच कराई जाएगी.