सीधी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वकांक्षी आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद रीती पाठक के गोद लिये लौआ गांव की हालात आज भी बदहाल बनी हुई है. आदर्श गांव में ना तो पीने का अच्छा पानी है और न ही दूसरी मूलभूत सुविधाएं. गांव में बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं का का बुरा हाल है. गांव के हालत इस कदर बुरे हैं कि आने जाने के लिए सड़कें तक सही हालत में नहीं हैं.
पीएम मोदी के सपने को पूरा करने के लिए जिस दिन सांसद ने लौआ गांव को गोद लिया था, ग्रामीणों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. ग्रामीणों को उम्मीद जगी थी कि चलो गांव में अब विकास की बयार बहेगी, विकास का पहिया दौड़ेगा. ग्रामीणों ने गांव के साथ खुद के विकास के सपने देखने शुरु कर दिए थे. लेकिन पांच साल बाद उनका सपना टूट गया है...ग्रामीण आज भी विकास की बाट जोह रहे हैं.