सीधी।जिले में बुधवार को एक गरीब मां अपने बेटे की जान बचाने की गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंची. जहां उसने अपने बेटे की जान बचाने के लिए भीख मांगना शुरू कर दिया. महिला का आरोप है कि निजी अस्पताल में बार-बार पैसों की मांग की जा रही है, उसका एक लौता बेटा अस्पताल में भर्ती है. हालांकि जिला प्रशासन ने महिला को मदद करने का भरोसा दिलाया है.
गरीब मां ने बेटे के इलाज के लिए कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार - सीधी जिला प्रशासन
सीधी जिले में एक गरीब महिला कलेक्ट्रेट पहुंच गई, दरअसल इस महिला का बेटा निजी अस्पताल में भर्ती है, और महिला के पास अस्पताल में बेटे के इलाज के लिए पैसे नहीं है. जिसको लेकर महिला ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. जिस पर अपर कलेक्टर ने मदद करने का भरोसा दिलाया है.
सीधी जिले के ग्राम चकरोड की रहने वाली महिला ने अपने बेटे पुष्पराज वासुदेव को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. बेटे पुष्पराज को कैंसर जैसी कोई बीमारी पैर में हुई है. जिसका ऑपरेशन अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा किया गया है, लेकिन महिला अन्नू वासुदेवा इतनी गरीब है कि वह निजी अस्पताल में महंगा इलाज नहीं करा सकती है, लिहाजा अस्पताल प्रबंधन ने महिला से पांच हजार रूपए की मांग कर दी, घबराई महिला दौड़ी दौड़ी जिला कलेक्टर पहुंचकर मदद की गुहार लगाई है.
वहीं अपर कलेक्टर का कहना है कि महिला के बेटे की इलाज में आर्थिक मदद तो नहीं की जा सकती, लेकिन शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. जिला अस्पताल में भर्ती कराकर आयुष्मान कार्ड की जांचकर लाभ दिया जाएगा. वहीं निजी अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि दवाओं के लिए पैसे मांगे गए है, जबकि ऑपरेशन का पैसा नहीं लिया गया.