सीधी। शहर में पटवारी संघ ने मंत्री प्रद्युम्न सिंह लोधी द्वारा पटवारी को कहे जाने वाले अपशब्दों का विरोध करते हुए कहा है कि सार्वजनिक रूप से माफी मांगे की मांग की है. साथ ही सरकार से आग्रह किया की पटवारियों को अन्य काम ना दें सिर्फ उन्हें किसानों के काम के लिए नियुक्त किया गया है. किसानों के लिए छोड़ दिया जाए. साथ ही कहा है अन्य सरकारी कर्मचारियों के जैसा पटवारियों को भी सुविधाएं देने की मांग की है.
पटवारी संघ ने की माफी मांगने की मांगपटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह का कहना है कि पटवारियों को सरकार हर जगह काम करने के लिए आदेश कर देती है, लेकिन कोई सुविधाएं नहीं देती है. साथ ही छतरपुर में मंत्री प्रद्युम्न सिंह लोधी द्वारा पटवारी को अपशब्दों का उपयोग कर झापड़ मारने की बात कही गई है. जिसका विरोध पूरे प्रदेश में पटवारी कर रहे है. पटवारी संघ चाहता है कि मंत्री अपने शब्द वापस लें और सार्वजनिक रूप से पटवारियों से माफी मांगे. उनका कहना है कि उन्होंने कहा कि मंत्री की आवभगत से लेकर उनके लिए काजू किसमिस तक पटवारी इकट्ठा करते हैं. यहां तक कि किसानों की भीड़ इकट्ठी करनी हो तो पटवारियों से बोल दिया जाता है. जिसका कोई भुगतान नहीं मिलता. नए नियुक्त पटवारियों को 22 हजार दिए जाते है. जिससे उनका गुजारा करना मुश्किल होता है.पटवारी संघ ने दी चेतावनीपटवारी संघ का कहना है कि एक बार कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने पटवारी को अपशब्द और मारने की बात कही थी. जिन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी और बात खत्म हो गई थी. इसी तरह मंत्री प्रद्युम्न सिंह लोधी भी पटवारी संघ से माफी मांगे. ताकि हम लोग आंदोलन करने के लिए मजबूर ना हो. यदि मंत्री ने माफी नहीं मांगी तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जवाबदारी सरकार की होगी.