सीधी। केंद्र सरकार भले ही देश को डिजीटल इंडिया बनाने का दावा करती हो पर आज भी ऐसे कई गांव हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचीं. जिले में भी भुइमाद ऐसा गांव है, जहां किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क नहीं है. इससे ग्रामीणों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पीएम मोदी की डिजिटल दुनिया से अछूता है ये गांव, सपने जैसा है मोबाइल पर बात करना - भुइमाद में नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं
मध्यप्रदेश में आजादी के 70 साल बाद भी ऐसे कई गांव हैं, जहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. सीधी जिले से इसी तरह का मामला सामने आया है. यहां के भुइमाद गांव में नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं है.
![पीएम मोदी की डिजिटल दुनिया से अछूता है ये गांव, सपने जैसा है मोबाइल पर बात करना no network connectivity](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5375553-thumbnail-3x2-.jpg)
भुइमाद क्षेत्र करीब 100 साल पीछे खड़ा नजर आ रहा है. नेटवर्क कनेक्टविटी नहीं होने से जंगलों और पहाड़ों के बीच बसे इस क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि नेटवर्क नहीं होने से कभी पेड़ पर चढ़कर नेटवर्क तलाशते हैं तो कभी ऊंची जगह पर जाकर.
गांव में कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ जाए तो एंबुलेंस के लिए फोन लगाते वक्त नेटवर्क नहीं आते. समय अधिक होने से कई बार तो मरीज घर पर ही दम तोड़ देता है. इस मामले में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने ग्रामीणों की समस्या का समाधान करे की आश्वासन दिया है.