सीधी।मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की घड़ी धीरे-धीरे नजदीक आ रही है. प्रदेश में चुनावी माहौल भी साफ देखने मिल रहा है. पिछले बार के विधानसभा चुनाव में जहां कांटे की टक्कर में कांग्रेस विजयी हुई थी, लेकिन बाद में हुई सियासी उठापटक में आखिरकार एक बार फिर से बीजेपी ने सरकार बनाई थी. वहीं इस बार भी दोनों ही पार्टियों के बीच टक्कर जोरदार देखने मिल रही है. ऐसे में ईटीवी भारत आपको एमपी की 230 विधानसभा सीट के बारे में बताएंगे. इसी क्रम में आज आपको सीधी जिले की धौहनी विधानसभा सीट की स्थिति के बारे में बताएंगे.
संजय टाइगर सफारी बनाता है खास: धौहनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत के कुसमी तहसील आता है. कुसमी 1 हजार 509 वर्ग किलोमीटर पर फैला हुआ है. यह क्षेत्र संजय टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाता है. टाइगर रिजर्व के चलते कुसमी प्रखंड देखते ही बनता है. कुसमी मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर पंखोरा के जंगल में सफेद बाघ 1915 में देखा गया था. साल 1951 में मोहन नाम के एक सफेद दुर्लभ नस्ल के इस सफेद बाघ शावक को रीवा के महाराजा मार्तंड सिंह ने पकड़ा था. कुसमी क्षेत्र से 10 किलोमीटर दूरी पर कमाही देवी मंदिर विख्यात है. लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं. वहीं मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर देवी शारदा मंदिर पोंडी के नाम से जाना जाता है. यहां पर मां शारदा का हजारों वर्ष पूर्व मंदिर बनाया गया था, जिसमें जो लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए मां शारदा देवी मंदिर पोंडी आते हैं.
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित: सीधी जिले के धौहनी विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. वहीं इस सीट पर करीब 2,32,827 वोटर हैं. जिसमें गोड़ और बैगा समुदाय की संख्या ज्यादा है. इसके अलावा ब्राह्मण और क्षत्रिय वोट भी समीकरण तय करने में सक्षम है. साल 2018 में मध्य प्रदेश में हुए चुनाव में धौहनी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी से बीजेपी के कुंवर सिंह टेकाम ने कांग्रेस के कमलेश सिंह को मात दी थी. इस सीट से कुंवर सिंह टेकाम की यह लगातार दूसरी जीत है.