सीधी। कोरोना के कहर से पूरे देश में लगे लॉकडाउन की वजह से न सिर्फ देश को आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि छोटे तबके के व्यवसायी भी अब बदहाली की जिंदगी जीने को मजबूर हो गए हैं. दरअसल चाय, गोलगप्पे, समोसा लगाकर अपना व्यवसाय करने वाले इन व्यवसायियों के आगे अब दो वक्त की रोटी का बंदोबस्त करना मुश्किल हो रहा है. ये छोटे व्यापारी शहर में अलग-अलग जगहों पर व्यवसाय करके अपने परिवार का गुजारा कर रहे थे, लेकिन कोरोना वायरस इनपर मुसीबत बनकर टूट पड़ा है.
छोटे व्यापारियों की बढ़ी परेशानी
अब बात करते हैं सीधी जिले की जहां करीब एक लाख आबादी के बीच करीब 600 छोटे व्यवसाई चाय फुल्की समोसा चना बेचकर अपने परिवार का गुजारा कर रहे थे, लेकिन पिछले 4 महीने से इनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. इन व्यवसायियों का कहना है कि लॉकडाउन के पहले अच्छा खासा कमा कर अपने परिवार का गुजारा कर लेते थे, इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई भी हो जाती थी. लेकिन अब दिन दिन भर ग्राहकों का इंतजार करना पड़ता है अब तो इनको खर्चा निकालना भी मुश्किल होता है.